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Gangster Aman Singh के डर से कांग्रेस में शामिल हुआ लाइजनर इसराफिल लाला, क्या बचा पाएगा राजनीति का 'हाथ'

इसराफिल हाल ही में तब चर्चा में आए जब अमन गैंग ने उनसे रंगदारी के रूप में फाच्र्यूनर गाड़ी की कीमत और 10 लाख रुपये की मांग की थी। उन्होंने इसकी प्राथमिकी दर्ज कराई तो अमन गैंग ने उन्हें दोबारा धमकी दे दी।

By MritunjayEdited By: Published: Tue, 06 Jul 2021 09:58 AM (IST)Updated: Tue, 06 Jul 2021 09:58 AM (IST)
Gangster Aman Singh के डर से कांग्रेस में शामिल हुआ लाइजनर इसराफिल लाला, क्या बचा पाएगा राजनीति का 'हाथ'
झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उरांव के सामने कांग्रेस में शामिल होते धनबाद के निचितपुर के ट्रांसपोर्टर इसराफिल लाला।

संवाद सहयोगी, निचितपुर। निचितपुर कोलियरी में संचालित डेको आउटसोर्सिंग कंपनी के लाइजनर व कोल ट्रांसपोर्टर मोहलीडीह निवासी मो. इसराफिल उर्फ लाला ने सोमवार को कांग्रेस का 'हाथÓ थाम लिया। अपने दर्जनों समर्थकों के साथ सोमवार को वे रांची स्थित कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष सह सूबे के वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव, बरही के विधायक उमा शंकर अकेला व पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष शकील अख्तर के समक्ष कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए।

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अमन सिंह ने मांग रखी 10 लाख रुपये और फाच्र्यूनर गाड़ी की कीमत

इसराफिल हाल ही में तब चर्चा में आए जब अमन गैंग ने उनसे रंगदारी के रूप में फाच्र्यूनर गाड़ी की कीमत और 10 लाख रुपये की मांग की थी। उन्होंने इसकी प्राथमिकी दर्ज कराई तो अमन गैंग ने उन्हें दोबारा धमकी दे दी। उनकी पुत्री की शादी में हिंसा करने की धमकी दी। इसके बाद इसराफिल की तबीयत बिगड़ गई थी। उनका ब्लड प्रेशर बढ़ गया था। एक निजी अस्पताल में उनका इलाज कराया गया। उनकी पत्नी और पुत्रियों ने भी प्रेस वार्ता कर प्रशासन से पुख्ता सुरक्षा की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि सुरक्षा नहीं मिली तो वे गोली से पहले हार्ट अटैक से मर जाएंगे।

हालांकि एक दिन बाद ही घटनाक्रम तेजी से बदला। इसराफिल अमन गैंग के खौफ के साए से बाहर निकल गए। वह सोमवार की सुबह समर्थकों के साथ गाडिय़ों के काफिले के साथ रांची गए। इस दौरान उन्होंने कहा कि अब मैं किसी धमकी से डरने वाला नहीं हूं। मैं गांव-देहात का बेटा हूं। अगर उप्र का कोई आदमी हमें धमकी देकर रंगदारी ले ले, तो हमलोगों को गांव-देेहात और झारखंडी होने का कोई अधिकार नहीं है। वह माफिया होगा तो अपनी जगह होगा। इस दौरान उनके साथ पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष शहजादा हुसैन, कामो खान, मो. फुलटन, मुन्ना मास्टर, रमेश पासवान, मो. तैयब, मो. सद्दाम, मो. कमालउद्दीन आदि भी थे। मालूम हो कि अमन  गैंग ने एक जुलाई और तीन जुलाई को इसराफिल को फोन कर व वाट्सएप मैसेज भेज कर रंगदारी देने को कहा था। नहीं देने पर बुरा परिणाम भुगतने की धमकी दी थी।


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