'यात्री मित्र' बताएगा बेटिकट सफर पर जुर्माने की रकम
यात्री मित्र नाम से एप विकसित किया जा रहा है, जिसका ट्रायल शुरू हो चुका है।
धनबाद: मौर्य एक्सप्रेस आकर प्लेटफॉर्म पर लग चुकी है। टिकट लेने वालों की लंबी कतार है। अगर कतार में रुके तो ट्रेन छूट जाएगी। कोई विकल्प न सूझने पर आखिकार शर्मा जी बिना टिकट के ही ट्रेन में सवार हो गये। थोड़ी देर बाद टीटीई पहुंचा और टिकट मांगा। बेटिकट होने के कारण शर्मा जी की उनके साथ उनकी नोक-झोंक होने लगी। टीटीई बाबू जुर्माने के साथ टिकट बनाने की बात कह रहे थे, वहीं शर्मा जी वाकया समझाकर सिर्फ टिकट की जिद पर अड़े थे। जुर्माने की रकम को लेकर भी हंगामा बरपा था। अन्य यात्री भी टीटीई से उलझ रहे थे। सफर के दौरान अक्सर ऐसा होता है। कई बार तो टीटीई के खिलाफ मंत्रालय को ट्वीट तक कर दिया जाता है। टीटीई और यात्रियों के बीच इस विवाद को स्थायी तौर पर खत्म करने के लिए अब धनबाद रेल मंडल ने एप की मदद लेने का निर्णय लिया है। यात्री मित्र नाम से एप विकसित किया जा रहा है, जिसका ट्रायल शुरू हो चुका है। इस माह के अंत तक स्मार्ट फोन पर यह सुविधा मिलने लगेगी।
क्या होगी खासियत: यात्री मित्र एप में कॉमर्शियल विभाग के तमाम फीचर्स शामिल किए जा रहे हैं। यानी,
- अगर कोई यात्री बेटिकट सफर करते पकड़ा जाता है उससे वसूले जानेवाले जुर्माने की रकम क्या होगी।
- स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर बेटिकट पकड़े पर कितना जुर्माना चुकाना होगा।
- जनरल टिकट पर आरक्षित श्रेणी में यात्रा करते पकड़े जाने पर जुर्माने की रकम क्या होगी।
- जनरल टिकट से आरक्षित श्रेणी में टिकट को अपग्रेड कराने पर कितना ईएफटी (एक्सट्रा फेयर टिकट) देना होगा।
- सभी तरह के रिफंड के नियमों की भी जानकारी रहेगी।
- टिकट रद कराने और रिफंड के लिए निर्धारित समय की जानकारी रहेगी।
- ई-टिकट से जुड़ी जानकारी भी इस ऐप में रहेगी।
- मंत्रालय से जारी होनेवाले कमर्शियल सर्कुलर भी रहेगा।
जुर्माने में रियायत नहीं: ऐप से यात्रियों को यह पता चल सकेगा कि उन्हें कितना जुर्माना भरना है। हालांकि बिना टिक ट्रेन पर सवार होने पर किसी भी सूरत में जुर्माना देना ही होगा।
इस साल के अंत तक लगेगी टिकट वेंडिंग मशीन: भीड़-भाड़ से बचने के लिए धनबाद रेल स्टेशन पर साल के अंत तक ऑटोमैटिक टिकट वेंडिंग मशीन भी लग जाएगी। केंद्रीय स्तर पर अभी एक साथ इन मशीनों को खरीदा जा रहा है।
''टिकट चेकिंग स्टाफ मीटिंग में एप विकसित करने का निर्णय लिया था। इस एप को टीटीई के साथ यात्री भी अपने मोबाइल पर डाउनलोड कर सकते हैं। इससे उन्हें सारी जानकारियां मिल जाएंगी। यह सुविधा सिर्फ धनबाद रेल मंडल के लिए होगी।''
आशीष कुमार झा, सीनियर डीसीएम