Move to Jagran APP

पूरे भारत देश से लगातार तीसरी बार सोशल मीडिया की राष्ट्रीय संयोजक बनने वाली इकलौती महिला हैं आरुषि

भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का छात्र संगठन नेशनल स्टूडेंट यूनियन आफ इंडिया (एनएसयूआइ) अपने संगठनात्मक मजबूती पर विशेष ध्यान जोर दे रहा है। यही कारण है कि छोटे-छोटे शहर से कर्मठ और योग्य कार्यकर्ताओं को राष्ट्रीय टीम में लगातार तरजीह दी जा रही है।

By Atul SinghEdited By: Published: Tue, 09 Aug 2022 04:43 PM (IST)Updated: Tue, 09 Aug 2022 04:43 PM (IST)
पूरे भारत देश से लगातार तीसरी बार सोशल मीडिया की राष्ट्रीय संयोजक बनने वाली इकलौती महिला हैं आरुषि
छोटे-छोटे शहर से कर्मठ और योग्य कार्यकर्ताओं को राष्ट्रीय टीम में लगातार तरजीह दी जा रही है। (प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर)

जागरण संवाददाता, धनबाद: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का छात्र संगठन नेशनल स्टूडेंट यूनियन आफ इंडिया (एनएसयूआइ) अपने संगठनात्मक मजबूती पर विशेष ध्यान जोर दे रहा है। यही कारण है कि छोटे-छोटे शहर से कर्मठ और योग्य कार्यकर्ताओं को राष्ट्रीय टीम में लगातार तरजीह दी जा रही है। इसमें धनबाद की आरुषि वंदना सिंह भी शामिल हैं। धनबाद झारखंड की धरती से निकली एनएसयूआइ की तेजतर्रार प्रवक्ता एवं पूरे भारत देश से एक मात्र लड़की ने सोशल मीडिया राष्ट्रीय संयोजक के लिस्ट में लगातार तीसरी बार जगह बनाई है।

loksabha election banner

कुसुम विहार धनबाद की आरुषि पहली बार 2021 में एनएसयूआइ की राष्ट्रीय संयोजक बनी। इसके बाद दूसरी बार 2022 दोबारा राष्ट्रीय संयोजक चुनी गईं। मंगलवार को जारी नई सूची में लगातार तीसरी बार आरुषि का चयन हुआ। आरुषि 2013 में एनएसयूआइ से जुड़ी। स्कूली शिक्षा धनबाद तो रांची विश्वविद्यालय से पीजी किया। मां ममता सिंह और पिता अभय सिंह को आरुषि की इस उपलब्धि पर गर्व है। आरुषि ने बताया कि अभी के जो राजनीतिक हालात हैं, उसमें उनका अधिक से अधिक प्रयास महिलाओं को राजनीति में जोड़ना होगा। यह पहली प्राथमिकता है। जनता के समक्ष सच्चाई और केंद्र सरकार की झूठ एवं भ्रामक खबरों को लोगों के सामने बेबाकी से पर्दाफ़ाश करेंगी।

प्रियंका गांधी रोल मॉडल

आरुषि गुजरात एनएसयूआइ सोशल मीडिया की प्रभारी भी रह चुकी हैं। आरुषि धनबाद के कुसुम विहार की रहने वाली हैं। आरुषि ने बताया कि छोटे-छोटे राज्यों से युवाओं को खासकर लड़कियों को राजनीति में आगे लाना ही उनकी प्राथमिकताएं होंगी। कांग्रेस पार्टी के लिए नौ साल से काम कर रही हैं। यही एक पार्टी है जो महिलाओं को उनकी मेहनत और काम को देखते हुए सम्मान देती है। प्रियंका गांधी रोल मॉडल हैं। पिता अभय सिंह के साथ-साथ पूरे परिवार को सहयोग मिला। आरुषि बताती हैं कि पार्टी के काम के लिए घर वालों से दूर रांची में रह रही हैं। आरुषि ने बताया कि 2013 में एनएसयूआइ ज्वाइन की थी। 2015 में एनएसयूआइ झारखंड प्रदेश संयोजक बनी। 2018 में प्रदेश कांग्रेस आइटी सेल की सदस्य बनी। 2020 में एनएसयूआइ नेशनल कॉर्डिनेटर बनी, इसके बाद सोशल मीडिया राष्ट्रीय संयोजक और अब गुजरात एनएसयूआइ सोशल मीडिया प्रभारी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.