पुलिस ने बरामद किया दस पेटी विस्फोटक, नक्सलियों के हाथों बेचने की थी तैयारी Dhanbad News
तोपचांची का अमलखोरी धनबाद और गिरिडीह जिले की सीमा पर स्थित है। यह इलाका नक्सल प्रभावित है। बरामद विस्फोटक नक्सलियों के हाथों बेचने की तैयारी थी।
धनबाद, जेएनएन। Explosive factory से विभिन्न एजेंसियों तक विस्फोटक पदार्थों की आपूर्ति के दाैरान होने वाली तस्करी का खुलासा होने के बाद धनबाद पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। हरिहरपुर थाना की पुलिस ने तोपचांची प्रखंड के अमलखोरी गांव की झाड़ियों में छुपा कर रखे गए दस पेटी विस्फोटक पदार्थ बरामद की है। यह नक्सलियों को बेचने के लिए छुपा कर रखा गया था।
Explosive factory से जब सप्लाई के लिए विस्फोटक पदार्थ निकलता है तो परिवहन के दाैरान कतिपय वाहनों के मालिक, चालक और खलासी नक्सलियों और राष्ट्रविरोधी ताकतों के हाथों विस्फोटक बेचते हैं। इसका खुलासा 15 जून को धनबाद जिले के अमलखोरी में ग्रामीणों ने एक विस्फोटक लदे वैन को पकड़कर किया। ग्रामीणों द्वारा वैन को पकड़ पुलिस के हवाले किए जाने के बाद जांच शुरू हुई तो सबके होश उड़ गए। इस मामले में पुलिस ने जैन एक्सप्लोसिव शेखपुरा के मालिक मो. इकबाल हसन, अधिकृत प्रतिनिधि मो. वाहिद आलम, मो. सरफराज खान, वैन मालिक व चालक मो. शमशेर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज जांच कर रही है। इस दाैरान पुलिस को मंगलवार की रात अमलखोरी गांव की झाड़ियों में छुपा कर रखे गए दस पेटी विस्फोटक पदार्थ हाथ लगे हैं।
14 और 15 जून की रात हरिहरपुर थाना के नेशनल हाइवे से सटे अमलखोरी गांव में एक चारदीवारी के घिरे परिसर से विस्फोटक लदी वैन लेकर चालक जीटी रोड से शेखपुरा जा रहा था। शक होने पर ग्रामीणों ने वाहन को रुकवाया और पुलिस को जानकारी दी। वैन से बरामद कागजात के मुताबिक वाहन पर विस्फोटक की 163 पेटियां थी, लेकिन उसमें 10 पेटी कम मिला था। पुलिस को मिले कागजात के अनुसार 14 जून को ईस्ट इंडिया एक्सप्लोसिव कंपनी आसनसोल से नियोजल एक्सप्लोसिव की 163 पेटी लेकर चालक शेखपुरा के लिए चला था। प्रत्येक पेटी में 25 किलोग्राम विस्फोटक था। वाहन को वर्द्धमान, जामताड़ा, गिरिडीह, जमुई होते हुए शेखपुरा जाना था, लेकिन वह धनबाद के हरिहरपुर थाना अंतर्गत अमलखोरी गांव पहुंच गया। चारदिवारी से वाहन को निकलते देख संदेह के आधार पर ग्रामीण हरकत में आए। सूचना पाकर पुलिस वहां पहुंची।
नक्सलियों के हाथों बेचने की थी तैयारीः वैन की स्टीयरिंग के पास चाबी लटकी हुई थी। पीछे का गेट खोल कर लोड पेटियों का मिलान करने पर चालान में अंकित 163 में से दस पेटी कम मिला। पुलिस ने वाहन के केबिन से एक्सप्लोसिव से संबंधित कागजातों को जब देखा तो विस्फोटक गायब होने की जानकारी मिली। बता दें कि वाहन से विस्फोटक उतारने की यह पहली घटना नहीं है। शनिवार को ग्रामीणों ने बताया था कि चारदिवारी के अंदर बराबर वाहन आकर लगता था। शक होने पर ग्रामीणों ने वाहन को रुकवाया था। तोपचांची का अमलखोरी धनबाद और गिरिडीह जिले की सीमा पड़ती है। यह इलाका नक्सल प्रभावित है। बरामद विस्फोटक नक्सलियों के हाथों बेचने की तैयारी थी।
दस पेटी विस्फोटक बरामद हुई है। यह पुलिस के लिए बड़ी सफलता है। वाहन के चालक समेत अन्य की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है, ताकि विस्फोटकों की तस्करी में शामिल अन्य लोगों तक पहुंचा जा सके।
-मनोज कुमार, डीएसपी, बाघमारा।
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