निजाम बदलते ही पुलिस की बदली नजर, ढुलू और संजीव समर्थकों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई Dhanbad
झारखंड में सत्ता बदलते ही बाघमारा में प्रशासन का भी तेवर बदल गया है। विधायक ढुलू महतो के चार समर्थकों को बाघमारा पुलिस ने जेल पहुंचाकर अपने बदले रंग का एहसास करा दिया।
धनबाद, जेएनएन। झारखंड विधानसभा चुनाव- 2019 में भाजपा की हार और झामुमो गठबंधन की जीत के बाद निजाम बदलते ही धनबाद में पुलिस की कार्यशैली बदल गई है। धनबाद पुलिस बाघमारा के भाजपा विधायक ढुलू महतो के इशारे पर चलती थी। बाघमारा में ढुलू समर्थक धंधेबाजों पर हाथ डालने से पहले पुलिस साै बार सोचती थी। अब पुलिस ने नजर फेर ली है। ढुलू समर्थकों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें जेल भेज रही है। यही हाल झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह के समर्थकों के साथ भी पुलिस कर रही है।
झारखंड में सत्ता बदलते ही बाघमारा में प्रशासन का भी तेवर बदल गया है। सोमवार की रात गिरफ्तार विधायक ढुलू महतो के चार समर्थकों को बाघमारा पुलिस ने जेल पहुंचाकर अपने बदले रंग का एहसास करा दिया। बाघमारा में जो काम पिछले दो साल में नहीं हो पाया था, उसकी धमक सत्ता परिवर्तन होने के महज नौ दिनों में ही दिखने लगी। प्रशासन के रुख से अब साफ हो गया है कि बाघमारा क्षेत्र के कोल डंपों पर किसी का भी वर्चस्व नहीं चलेगा। अब किसी भी माफिया से डरने की जरूरत नहीं है। आम व्यापारी भी डीओ लगाकर कोयले का उठाव कर सकते हैैं। सिंडिकेट के इजाजत के बगैर जिन व्यापारियों ने भी यहां डीओ लगाने की हिम्मत दिखाई उनका हश्र काफी बुरा हुआ है। चंदेल इंटरपाइजेज, शेर बहादूर सिंह, शंकर अग्रवाल आदि डीओ धारक इसके उदाहरण हैं, जिनका डीओ से कोयले का उठाव नहीं हो पाया। इनका आरोप था कि पुलिस का प्रोटेक्शन नहीं मिलने के कारण वे लोग डीओ का उठाव नहीं कर सके।
मंगलवार को जेल भेजे गए अभय सिंह व सन्नी चौहान अप्रैल 2018 मेंं न्यू आकाशकिनारी से कोयले के उठाव को लेकर हुई हिंसक झड़प के मामले में वांछित थे। इसके अलावा दो अन्य बिट्टू सिंह व अजय महतो को भी जेल भेजा गया है। ये दोनों पिछले लोकसभा चुनाव के मतदान के दिन टुंडो गेस्ट हाउस से कुछ दूरी पर झामुमो प्रत्याशी चंद्रप्रकाश चौधरी के समर्थन में बैठे सुरेश महतो व किरण महतो सहित अन्य पर हुए जानलेवा हमला के मामले में आरोपित हैैं। सुरेश के शिकायत पर दर्ज मामले में सांसद के भाई रोशनलाल चौधरी, विधायक ढुलू महतो सहित उनके परिवार के कई सदस्यों के भी खिलाफ आरोप लगा था, लेकिन अनुसंधान के दौरान पुलिस को इनके खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिला था।
हिंसक झड़प के मामले में वांछितों की सूची तैयार कर रही पुलिस
वर्चस्व को लेकर हिंसक झड़प के पुराने मामले में वांछित लोगों को सूची पुलिस तैयार कर रही है। पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश देना शुरू कर दी है। पुलिस को भाजयुमो के नगर अध्यक्ष धर्मेंद्र गुप्ता की तलाश है। सोमवार की रात पुलिस ने शिव मोहल्ला स्थित उसके आवास पर गई थी लेकिन वह नहीं मिला। अनुसंधान के लिए लंबित मामलों की भी सूची बना रही है। पुलिस पता कर रही है कि किसके खिलाफ कितने मामले हैं। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि विधि व्यवस्था को लेकर पुलिस ठोस कार्रवाई करने की तैयारी में लगी है।बाघमरा के डीएसपी नितिन खंडेलवाल का कहना है कि शांति व्यवस्था भंग करने वालों के खिलाफ पुलिस सख्ती से पेश आएगी। दोषी लोगों के खिलाफ कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी।
संजीव समर्थक पार्षद शैलेंद्र सिंह की नकेल कसने में जुटी पुलिस
झरिया के भाजपा विधायक संजीव सिंह अबकी चुनाव नहीं लड़े। भाजपा के टिकट पर उनकी पत्नी रागिनी सिंह चुनाव लड़ी जो हार गई। इसके बाद पुलिस का बदला-बदला रंग-रूप देखने को मिल रहा है। पुलिस ने रविवार को पुलिस अधिकारी प्रभात रंजन पांडेय के बयान पर वार्ड पार्षद शैलेंद्र सिंह व उनके भाई नन्हे सिंह, विक्की श्रीवास्तव व शनिवार को पकड़े गए ट्रकों के मालिक, चालक व खलासी पर कोल माइंस एक्ट व कोयला चोरी का मामला दर्ज कर गिरफ्तार दोनों खलासी को जेल भेज दिया। एक साल में पार्षद पर कोयला चोरी के दो मामले थाना में दर्ज किए गए हैं। पूर्व विधायक संजीव सिंह के खासमखास रहे स्व. गया सिंह के शैलेंद्र सिंह छोटे भाई हैं।
बता दें कि शनिवार को झरिया पुलिस ने गोपालीचक सिंह नगर के पास शनिवार की देर रात दो ट्रकों पर करीब 50 टन चोरी का कोयला सहित दो खलासियों को दबोचा था। छापामारी की भनक पाकर कोयला तस्कर मौके से फरार हो गए थे। पुलिस ने मौके से कुस्तौर के रंधीर कुमार मंडल व ऊपर कुल्ही निवासी सोनू अंसारी को पकड़ा था। दोनों जब्त ट्रकों के खलासी हैं।
पिछले वर्ष 27 मार्च को भी झरिया पुलिस गोपालीचक के पास छापामारी कर एक ट्रक अवैध कोयला जब्त किया गया था। इसी मामले में पार्षद समेत तीन पर मामला दर्ज किया गया था। पुलिसिया कार्रवाई के बाद कोयला चोरों में हड़कंप मच गया। झरिया के दोबारी, घनुडीह, एना-इस्लामपुर समेत कई स्थानों पर कोयला चोरी धड़ल्ले से की जा रही है। संजीव सिंह के समर्थकों का आरोप है कि पुलिस कांग्रेस विधायक पूर्णिमा सिंह के दवाब में झूठे मुकदमे कायम कर रही है।