रविवार को करवाचौथ, तैयारियों में जुटे महिलाएं
धनबाद साल भर के लंबे इंतजार के बाद रविवार को करवाचौथ मनाने को लेकर सुहागिनों में खास
धनबाद : साल भर के लंबे इंतजार के बाद रविवार को करवाचौथ मनाने को लेकर सुहागिनों में खासा उत्साह है। खासतौर से जिनका यह पहला पर्व है। वे इसकी विशेष तैयारियों में लगी हैं। करवाचौथ को और यादगार बनाने के लिए सुहागिनों ने इसकी तैयारियां सप्ताह भर पहले से शुरू कर दी हैं। सुहागिनें खुद को संवारने की कवायद में जुट गई हैं। हाथों पर किस डिजाइन की मेंहदी रचानी है, सोलह श्रृंगार में क्या-क्या पहनना है और वेशभूषा कैसी रखनी है, इसे लेकर सुहागिनों में खासा उत्साह बाजार में खरीदारी करते हुए नजर आ रही है। नवरात्रि व शरद पूर्णिमा के बाद आने वालों में व्रतों में करवाचौथ का व्रत प्रमुख व्रत हैं। करवाचौथ के व्रत महिलाओं के लिए बहुत खास होता है। इस दिन महिलाएं अपनी पति लंबी आयु के लिए पूरे दिन निर्जला व्रत रखती है। पुजारी सुभाष पांडेय के अनुसार इस दिन पौराणिक रीति रिवाज के साथ सुहागिन उपवास रखती हैं। कहीं-कहीं इस दिन सुबह सर्योदय से पहले सरगी खाने की भी परंपरा है। सरगी सवेरे खा ली जाती है। इसके बाद व्रत की कथा पढ़ी जाती है और शाम को चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत तोड़ा जाता है। और पति की दीर्घायु, यश-कीर्ति व सौभाग्य वृद्धि के लिए कामना करती हैं। करवाचौथ को लेकर शहर का बाजार पटा : पर्व को लेकर शहर के बाजार भी पट गए है। कपड़ा दुकानदारों ने भी साड़ियां की कई वैरायटियां लाई हैं। वहीं ज्वेलरी शाप पर भी महिलाओं के लिए खास आयटम मौजूद है। करवाचौथ के चंद्रोदय का समय : इस बार करवाचौथ का व्रत रोहिणी नक्षत्र में उदित होगा जो अत्यंत शुभ है और यह संयोग पांच साल बाद बन रहा है। करवाचौथ पर पूजन का शुभ मुहूर्त रविवार की शाम 06:55 मिनट से लेकर रात के लगभग 9 बजे तक रहेगा। इसके अलावा करवाचौथ पर चंद्रोदय का समय रात के 08:12 मिनट पर रहेगा। हालांकि आसमान में बादल होने के कारण चांद के निकलने का समय थोड़ा आगे पीछे हो सकता है।