जीव-जंतु और पाैधों के संरक्षण का DMC ने उठाया बीड़ा, सात सदस्यीय जैव विविधता कमेटी गठित Dhanbad News
कमेटी के अध्यक्ष प्रेमचंद्र बनाए गए हैं। इसके अलावा सदस्यों में संतोष कुमार पार्षद जय कुमार पार्षद निसार आलम मधुमिता किस्कू डिंपल कुमारी और तरुण गोस्वामी शामिल किए गए हैं।
धनबाद, जेएनएन। देश में तेजी के साथ जीव-जंतु और कई पौधे विलुप्त होने की कगार पर हैं। इनके संरक्षण के लिए जैव विविधता अधिनियम-2002 के तहत जिला स्तर पर जैव विविधता कमेटी का गठन किया गया है। यह कमेटी पशु-पक्षी, जीव-जंतु और पेड़-पौधों के बारे में जानकारी एकत्रित करेगी। इसकी रिपोर्ट वन विभाग और पशुपालन पदाधिकारी से अप्रूवल होने के बाद राज्य सरकार को भेजी जाएगी। राज्य सरकार यह रिपोर्ट केंद्र को भेजेगी। इसके बाद इन पशु-पक्षियों और पौधों के संरक्षण पर योजना बनाकर काम होगा।
गुरुवार को मेयर चंद्रशेखर शेखर अग्रवाल और अपर नगर आयुक्त राजीव रंजन की मौजूदगी में जैव विविधता मैनेजमेंट कमेटी गठित की गई। सात सदस्य इस कमेटी के अध्यक्ष प्रेमचंद्र बनाए गए हैं। इसके अलावा सदस्यों में संतोष कुमार, पार्षद जय कुमार, पार्षद निसार आलम, मधुमिता किस्कू, डिंपल कुमारी और तरुण गोस्वामी शामिल किए गए हैं। ग्राउंड लेवल पर यह कमेटी पशु-पक्षी, जीव-जंतु और विलुप्त हो रहे पौधों की जानकारी एकत्रित कर संचिका तैयार करेगी। इसका वेरिफिकेशन वन विभाग के पदाधिकारी और जिला पशुपालन पदाधिकारी करेंगे। कौन-कौन से जीव-जंतु विलुप्त हो रहे हैं या कुछ नई प्रजाति के पौधे की जानकारी यदि मिलेगी तो यह भी संचिका में दर्ज होगी। कुल मिलाकर यह समिति संरक्षण की दिशा में सहभागी बनेगी। जैव विविधता कमेटी को लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल भी सख्त निर्देश जारी कर चुका है। कमेटी का गठन न करने की सूरत में संबंधित जिले के नगर निगम पर 10 लाख रुपये जुर्माने का प्रावधान भी किया गया था।