Dhanbad: मरीजों की निगरानी करने वाली मशीन खुद तीन महिने से बीमार... SNMMCH नहीं कर रहा उपचार
यही नहीं आईसीयू में लगे हुए बीपी और पल्स मॉनिटर भी कई जगह पर काम नहीं कर रहे हैं। ऐसे में मरीजों के तत्काल जांच नहीं हो पा रही है। पल्स मॉनिटर के लिए अलग से प्रबंधन की ओर से राशि खर्च की गई है।
जागरण संवाददाता, धनबाद: शहीद निर्मल महतो मेमोरियल कॉलेज एवं अस्पताल में आईसीयू में लगे सेंट्रल मॉनिटरिंग सिस्टम पिछले तीन महीने से खराब है। इस वजह से यहां आने वाले गंभीर मरीजों की निगरानी ठीक से नहीं हो पा रही हैं। नेशनल मेडिकल कमिशन के निर्देश पर वर्ष 2017 में मेडिकल कॉलेज में 40 लाख रुपये खर्च करके सेंट्ररलाइज मॉनिटरिंग सिस्टम स्थापित किए गए थे। अब यह शोभा की वस्तु की बनी हुई है।
एक जगह बैठ कर ही होती थी निगरानी
सेंट्ररलाइज मॉनिटरिंग सिस्टम से आईसीयू, एचडीयू, इमरजेंसी में भर्ती मरीजों की लगातार मॉनिटरिंग की जाती थी। एक जगह बैठकर डॉक्टर अथवा कर्मचारियों को ऐसा करना आसान होता था। सिस्टम में हर मरीज के नाम, उनके बेड की संख्या, मरीजों के वर्तमान में पल्स रेट, उनका बीपी रेट, मरीज के ऑक्सीजन का प्रतिशत एक जगह ही बैठकर नर्स, पारा मेडिकल करने अथवा डॉक्टर देखते थे। इसे गंभीर मरीजों के तत्काल जानकारी डॉक्टरों को मिल जाती थी। तुरंत उस स्थान पर जाकर मरीजों का उपचार शुरू कर दिया जाता था, उनकी गहन निगरानी हो जाती थी। लेकिन सिस्टम के खराब होने के बाद अब तक कोई उपाय नहीं किए गए हैं।
बीपी- पल्सर मॉनिटर भी नहीं कर रहे काम
यही नहीं आईसीयू में लगे हुए बीपी और पल्स मॉनिटर भी कई जगह पर काम नहीं कर रहे हैं। ऐसे में मरीजों के तत्काल जांच नहीं हो पा रही है। पल्स मॉनिटर के लिए अलग से प्रबंधन की ओर से राशि खर्च की गई है। लेकिन इस पर भी अभी तक कोई पहल नहीं हुई है। लिहाजा कई मरीजों की जांच के लिए मैन्युअल पल्स मीटर से जांच की जा रही है। आईसीयू में मरीजों की सही से निगरानी नहीं हो रही है, ऐसे में इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि अन्य भागों में मरीजों की निगरानी कैसे हो रही है।
कोट
मॉनिटरिंग सिस्टम को दुरुस्त किया जाएगा, इसके लिए निर्देश दिए गए हैं। अस्पताल में कई जगहों पर कमियां थी जिसे दूर की गई है। इससे संबंधित विभाग के अधिकारियों को चेताया भी गया है।
डॉ एके वर्णवाल, अधीक्षक, एसएनएमएमसीएच।