Dhanbad Jewar House Robbery Case: अब तक लूटे गए जेवरात नहीं बरामद कर सकी पुलिस, धनतेरस में बिकने की आशंका!
Dhanbad Jewar House Robbery Case 26 सितंबर को बैंकमोड़ स्थित जेवर हाउस दुकान से 25 लाख की जेवरात डकैती मामले में पुलिस अब तक जेवरात बरामद नहीं कर पाई। पुलिस को शक है लूटी गई जेवरात अपराधियों ने अब कहीं बेच दिया होगा।
धनबाद, जेएनएन। 26 सितंबर को बैंकमोड़ स्थित जेवर हाउस दुकान से 25 लाख की जेवरात डकैती मामले में बैंकमोड़ थाने की पुलिस अब तक जेवरात बरामद नहीं कर पाई। पुलिस को शक है लूटी गई जेवरात अपराधियों ने अब कहीं बेच दिया होगा। पर वह जेवरात कहां और कौन खरीदा होगा, यह पता लगाना पुलिस के लिए अब बड़ी चुनौती है। दो दिन बाद ही दीपावली धनतेरस का बाजार सजेगा और उसमें चोरी के जेवरात भी आसानी से बिक जाएंगे। ऐसे में पुलिस के लिए अब जेवरात बरामद करना आसान नहीं होगा।
इस मामले में भले ही नवादा से पुलिस ने दो अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है पर दोनों किसी का रूप की बयान के अलावा पुलिस के पास और कोई साक्ष्य नहीं। घटना के एक सप्ताह तक अपराधियों को पकड़ने में पुलिस काफी सक्रिय रहीं पर अब यह मामला पूरी तरह ठंडा पड़ चुका है। दोनों अपराधियों को गिरफ्तार कर नवादा से लौटने के बाद दोबारा फिर कोई पुलिस टीम गैंग के सरगना को ढूंढने बिहार नहीं गई।
इधर, बैंकमोड़ के जेवर व्यवसायी इस घटना से उबर नहीं पाए हैं। लेकिन, इस मामले पर बैंकमोड़ चेंबर ऑफ कॉमर्स के नेता भी चुप हैं। बैंक मोड़ थानेदार वीर कुमार के लाइन क्लोज होने के साथ ही पूरा मामला ठंडा पड़ गया। अब किसी को भी अपराधियों के पकड़े जाने की चिंता नहीं है। ना ही इस मामले को लेकर आब किसी चेंबर पदाधिकारी का बयान आ रहा है। सब कुछ पहले जैसा हो चुका है। जबकि पुलिस को यकीन था कि जेवरात हाजीपुर के मिरचैया गिरोह के सदस्य लालबाबू साहनी, प्रेम साहनी तथा गैंग के सरगना अभिषेक के पास है। इसी आस में पुलिस तीनों को ढूंढ भी रही थी। पर अब ढूंढना ही बंद कर दिया। अभिषेक नवादा का रहने वाला है। पुलिस उसके घर तक घूम आई है।
इसी गिरोह के दो अपराधी पवन कुमार वर्मा तथा गौतम कुमार को नवादा से गिरफ्तार भी किया। पुलिस के अनुसार, दोनों ने घटना में संलिप्तता भी स्वीकार की है। पूछताछ में गिरोह के अन्य साथियों का नाम भी पुलिस को बताया। दोनों के निशानदेही पर पुलिस पटना, हाजीपुर नवादा भी गई। नवादा से गिरफ्तार गौतम कुमार व पवन कुमार वर्मा को ट्रांजिट रिमांड पर पुलिस ने न्यायिक हिरासत में जेल भी भेजा। दोनों को रिमांड पर लेकर पूछताछ भी की फिर अचानक शांत हो गई।