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Income Tax Department : 91 लाख रुपये का कोई कागजात नहीं दिखा पाई ऑक्टल सेल्स, रकम जब्त कर 4 लोगों को पीआर बांड पर छोड़ा गया

आयकर विभाग को यह सूचना मिली थी कि डब्ल्यूबी 02एएन 9153 नंबर वाली महिंद्रा मराजो गाड़ी से मोटी रकम गया से बंगाल भेजी जा रही है। आयकर विभाग के उप निदेशक- अन्वेषण आशीष कुमार ने तत्काल इसकी सूचना बरवाअड्डा थाना पुलिस को दी।

By MritunjayEdited By: Published: Thu, 01 Oct 2020 08:46 AM (IST)Updated: Thu, 01 Oct 2020 08:46 AM (IST)
Income Tax Department : 91 लाख रुपये का कोई कागजात नहीं दिखा पाई ऑक्टल सेल्स, रकम जब्त कर 4 लोगों को पीआर बांड पर छोड़ा गया
बरवाअड्डा थाना में खड़ी जब्त गाड़ी। इसके अंदर 91 लाख रुपये रखे गए थे।

धनबाद, जेएनएन। पटना आयकर विभाग की गुप्ता सूचना पर धनबाद की आयकर टीम और बरवाअड्डा थाना की पुलिस ने मंगलवार की रात करीब 30 किमी पीछा करने के बाद गया से आ रही गाड़ी को पकड़ा और 91 लाख 35 हजार 500 रुपये जब्त किए। गाड़ी में चालक समेत चार लोग थे। कार सवार लोगों छपरा के संजय कुमार अग्रवाल व सुरेंद्र दुबे और उप्र के सुल्तानपुर निवासी सहदेव राणा व देव मणि को हिरासत में ले लिया गया। गाड़ी समेत बरामद राशि को थाना लाया गया और उसे सीज कर दिया गया। वाहन की जांच के दौरान पुलिस को एक रिवॉल्वर भी मिला जिसका लाइसेंस देवमणि शुक्ला के नाम निर्गत है। इसके बाद आयकर विभाग ने पटना के अधिकारियों को जानकारी दी। गया और कोलकाता में आयकर विभाग की टीम ने भी जांच शुरू कर दी है।

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बताया गया कि आयकर विभाग को यह सूचना मिली थी कि डब्ल्यूबी 02एएन 9153 नंबर वाली मङ्क्षहद्रा मराजो गाड़ी से मोटी रकम गया से बंगाल भेजी जा रही है। आयकर विभाग के उप निदेशक- अन्वेषण आशीष कुमार ने तत्काल इसकी सूचना बरवाअड्डा थाना पुलिस को दी और अपने विभाग की एक टीम को लेकर बरवाअड्डा किसान चौक पहुंचे। दोनों टीमों ने संयुक्त रूप से वाहन जांच शुरू कर दी। इसी दौरान कार गुजरी। पुलिस ने उसे रोकने का प्रयास किया, लेकिन गाड़ी की रफ्तार 110 किमी प्रति घंटा से अधिक थी। इसके बाद पुलिस और आयकर की टीम ने करीब 30 किमी तक पीछा कर निरसा के पास कार को रुकवाया। इसके बाद थाना लाकर सभी लोगों से पूछताछ हुई। उन्होंने बताया कि बिहार में चुनाव को लेकर आदर्श आचार संहिता लगने के बाद स्थानीय बैंक ने इतनी बड़ी रकम एक बार में जमा करने से इन्कार कर दिया। इसलिए यह राशि कोलकाता पहुंचाई जा रही थी। यह रकम गया में माइङ्क्षनग कार्य कर रही ऑक्टल सेल्स प्राइवेट लिमिटेड नामक कंपनी की है जिसका मुख्यालय कोलकाता में है। हालांकि वे राशि से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं दिखा पाए। बाद में सभी को पीआर बांड पर छोड़ दिया गया।

बिहार चुनाव से जोड़ कर देख रहा आयकर विभाग

सूत्रों की मानें तो इतनी बड़ी रकम बिहार से बंगाल ले जाने के मामले को आयकर विभाग बिहार के चुनाव से जोड़ कर देख रहा है। इस दिशा में भी विभागीय जांच चल रही है। 

500 और 2000 के नोट

91.35 लाख रुपये तीन बैग में रखे थे। पूरी राशि 500 और 2000 के नोटों में है। इसमें 500 रुपये के नोट अधिक हैं। 


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