धनबाद में दम तोड़ रही हार्डकोक इंडस्ट्री, एसोसिएशन ने झारखंड के सांसदों से किया हस्तक्षेप करने की मांग Dhanbad News
धनबाद में दम तोड़ती हार्डकोक इंडस्ट्री का मामला कोयला मंत्रालय के समक्ष उठेगा। इसको लेकर एसोसिएशन ने झारखंड के सांसदों से हस्तक्षेप करने की मांग की है।
धनबाद, जेएनएन। बीसीसीएल में कोयला स्टॉक को लेकर बवाल मचा है। कंपनी अपने स्टॉक में करीब 36 लाख टन का दावा कर रही है, लेकिन जिले का हार्डकोक उद्योग कोयला नहीं मिलने के कारण दम तोड़ती जा रही है। इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बीएन सिंह ने रविवार को बताया कि स्थिति काफी खराब हो गई है। पूरे मामले को लेकर झारखंड के जितने भी सांसद हैं उन्हें अवगत कराया गया है। मामला पब्लिक सेक्टर से संबंधित है, इसलिए कोयला मंत्रालय को इस पर सीधे हस्तक्षेप करना होगा।
इधर पूरे मामले को लेकर सांसद पीएन सिंह ने कहा कि इस संबंध में कोल इंडिया चेयरमैन से बात हुई है, लेकिन अब इस बातों को आगे तक पहुंचाने की जरूरत है। हर महीने जिले के हार्डकोक उद्योग को तीन लाख टन कोयला की जरूरत है, लेकिन मिल रहा है मात्र 50 से 60 हजार टन कोयला। वह भी ऑक्शन के जरिए। लिंकेज से कोयला आवंटन पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।
सांसद ने कहा कि धनसार परियोजना में विवाद के कारण कोयला उठाव बंद है। दामागोडिय़ा, महेशपुर, कुसुंडा, चैतूडीह, खरखरी, जमुनिया आदि कोलियरी का कोयला बेहतर है लेकिन हार्डकोक के लिए बीसीसीएल प्रबंधन यहां का ऑफर नहीं काफी कम देती है।