डेटोनेटर फोड़ने के क्रम में दो सहायक लोको पायलट हुए जख्मी... ध्वजारोहण के बाद इंजन को गोमो में दे रहे थे सलामी
रेल पटरी पर दुर्घटना तथा अनहोनी की सूचना के बाद ट्रेन को सही सलामत गंतव्य तक रवाना करने के लिए उक्त डेटोनेटर (फोग सिंग्नल) को उपयोग में लाया जाता है। डेटोनेटर उपयोग करने के दौरान 45 मीटर तक किसी को नहीं रहने की सलाह दी जाती है।
संवाद सहयोगी, गोमो बाजार: गोमो रेलवे स्टेशन में 75वां स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण के बाद डेटोनेटर फोड़ने के क्रम में दो सहायक लोको पायलट जख्मी हो गए। दोनों का प्राथमिक उपचार गोमो रेलवे अस्पताल में कराया गया। जंहा चिकित्सक ने खतरे से बाहर बताया।
क्या है मामला
सोमवार की सुबह गोमो रेल नगरी में ध्वजारोहण धूमधाम के साथ मनाने की तैयारी में लगे थे। इसी बीच सुबह लगभग 9 बजे गोमो स्टेशन में स्थित चालक नियंत्रण कक्ष प्रांगण में अधिकारियों की मौजदूगी में ध्वजारोहण के बाद पटरी पर डेटोनेटर लगाकर इंजन से सलामी दिया जा रहा था। तभी डेटोनेटर फूटने से उसके अवशेष छिटक कर कोडरमा के सहायक लोको पायलट दीपक कुमार के पेट में लगने से जख्मी हो गया। वंही दूसरी घटना स्टेशन के समीप मुख्य नियंत्रक सीटीएफर कार्यालय के सामने भी ध्वजारोहण के बाद सलामी दी जा रही थी। तभी यंहा भी डेटोनेटर फूटने से गोमो के सहायक लोको पायलट शशि भूषण कुमार के बाए हाथ में चोट लग गई। घटना के बाद अफरा तफरी का माहौल बन गया। घटना के बाद सैकड़ो कर्मियों ने जख्मी सहायक लोको पायलट का हालचाल लेने पहुंचे।
डेटोनेटर किस उपयोग में लाया जाता है
रेल पटरी पर दुर्घटना तथा अनहोनी की सूचना के बाद ट्रेन को सही सलामत गंतव्य तक रवाना करने के लिए उक्त डेटोनेटर (फोग सिंग्नल) को उपयोग में लाया जाता है। डेटोनेटर उपयोग करने के दौरान 45 मीटर तक किसी को नहीं रहने की सलाह दी जाती है।