Dhanbad Coronavirus News Update: आरपीएसएफ पर कोरोना वायरस का हमला, धनबाद में संक्रमितों का आकंड़ा 2500 के पार, जानें ताजा हाल
Dhanbad Coronavirus News Update रेलवे में जीआरपी जवान के बाद अब रेलवे प्रोटेक्शन स्पेशल फोर्स कैंप में भी मरीज मिलने लगे हैं। रैपिड एंटीजन टेस्ट किट अभियान के दाैरान 15 केस मिले।
धनबाद, जेएनएन। Dhanbad Coronavirus News Update रेलवे प्रोटेक्शन स्पेशल फोर्स के धनबाद कैंप पर कोरोना वायरस का हमला हुआ है। यहां एक साथ 15 कोरोना पॉजिटिव अधिकारी और जवान मिले हैं। इससे कैंप में दहशत का माहाैल है। दूसरी तरफ धनबाद में 60 नए संक्रमित मरीज मिले हैं। इसी के साथ कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 2500 से ज्यादा हो गई है। 30 से ज्यादा लोग मर चुके हैं।
जिले में शुक्रवार को 60 संक्रमित मिले। रेलवे के आरपीएसएफ कैंप के 15 जवान संक्रमित पाए गए। अब तक जिले में मिले कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 2500 सौ के ऊपर हो गई है। 18 सौ ठीक हो चुके हैं। 30 की मौत हुई है। रेलवे में जीआरपी जवान के बाद अब रेलवे प्रोटेक्शन स्पेशल फोर्स (आरपीएसएफ) कैंप में भी मरीज मिलने लगे हैं। शुक्रवार को यहां रैपिड एंटीजन टेस्ट किट अभियान के दूसरे दिन 15 संक्रमित पाए गए हैं। इसमें अफसर से लेकर जवान तक शामिल हैं। जोड़ाफाटक स्थित पाटलिपुत्र नर्सिंग होम में शुक्रवार को एक और व्यक्ति संक्रमित मिला है। गुुरुवार को चार मिले थे।
यहां मिले मरीज
धनबाद में कुल मरीज मिले 60 : आरपीएसएफ कैंप में 15, बेकारबांध में दो, सीआइएसएफ कोयला नगर कैंप में एक, रेलवे हॉस्पिटल में दो, पाटलिपुत्र नर्सिंग होम में एक, श्याम बाजार हनुमान मंदिर के पास एक, शास्त्री नगर में एक, रतनजी रोड पुराना बाजार में एक, सरस्वती विद्या मंदिर भूली में एक, वासेपुर में एक, तेलीपाड़ा हीरापुर में एक, शांति कॉलोनी में एक व डीजीएमएस में दो मरीज मिले। सिंदरी में दो, झरिया में दो मरीज मिले। तोपचांची में, गोविंदपुर किंग रिसोर्ट में एक मरीज मिला। अन्य स्थानों से 24 मरीज मिले।
60 में 27 जांच आरटी पीसीआर पीएमसीएच में हुई
संक्रमित मरीजों में 27 की रिपोर्ट पीएमसीएच के आरटी पीसीआर से आई है। 17 रिपोर्ट निजी जांच घर से हैं। 15 संक्रमित रैपिड किट से मिले हैं। पीएमसीएच की ट्रूनेट मशीन से एक संक्रमित की रिपोर्ट आई है।
एक दर्जन मरीजों की खोज
देर रात लगभग एक दर्जन संक्रमित मरीजों की खोज की जा रही थी। इन मरीजों की ट्रेङ्क्षसग नहीं हो पा रही थी। कुछ मरीजों का मोबाइल नंबर तो कुछ के पते में खामियां थी।