धनबाद ने फिर फैलाई झोली, गोरखपुर, वेल्लोर व दिल्ली समेत पांच ट्रेनों की मांगी अनुमति
धनबाद त्योहारी सीजन में यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए धनबाद रेल मंडल ने एक बार फिर अपनी झोली फैलाई है। रेल मुख्यालय को प्रस्ताव भेजकर धनबाद से गोरखपुर दिल्ली और वेल्लोर समेत पांच रूटों के लिए ट्रेन चलाने की अनुमति मांगी है।
धनबाद : त्योहारी सीजन में यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए धनबाद रेल मंडल ने एक बार फिर अपनी झोली फैलाई है। रेल मुख्यालय को प्रस्ताव भेजकर धनबाद से गोरखपुर, दिल्ली और वेल्लोर समेत पांच रूटों के लिए ट्रेन चलाने की अनुमति मांगी है। 18 अक्टूबर से 25 नवंबर के बीच यानी नवरात्र से छठ के दौरान ट्रेनों को स्वीकृति देने का आग्रह किया है। मुख्यालय से हरी झंडी मिलने के बाद ही इन ट्रेनों को चलाया जा सकेगा। स्वीकृति मिल गई तो धनबाद और आसपास के हजारों यात्रियों को बड़ी राहत मिल जाएगी। मौर्य एक्सप्रेस के विकल्प के तौर पर मांगी गई गोरखपुर की ट्रेन :
धनबाद होकर हटिया-गोरखपुर मौर्य एक्सप्रेस चलती थी। इस ट्रेन में टिकट की मारामारी रहती थी। त्योहारी सीजन में चार महीने पहले बुकिग खुलते ही चंद मिनटों में ही सीटें भर जाती थीं। 22 मार्च से हुए लॉकडाउन के दौरान बंद हुई ट्रेन अब तक नहीं चल सकी है। इस वजह से गोरखपुर और उसके आसपास जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। यात्रियों की समस्या का समाधान करने के लिए ही धनबाद से गोरखपुर के लिए सीधी ट्रेन चलाने की अनुमति मांगी गई है। अलेप्पी एक्सप्रेस नहीं चलने से बीमार लोगों के इलाज पर ब्रेक :
धनबाद एलेप्पी एक्सप्रेस के नहीं चलने से सिर्फ धनबाद ही नहीं, बल्कि पूरे झारखंड के बीमार लोगों को इलाज की सुविधा नहीं मिल पा रही है। इस ट्रेन से रोजाना सैकड़ों की संख्या में मरीज वेल्लोर जाते थे। लेकिन पिछले सात-आठ महीने से ट्रेन नहीं चलने से यात्रियों की परेशानी तो बढ़ी ही है, बीमार लोगों को इलाज भी नहीं मिल पा रहा है। यही वजह है इस ट्रेन को चलाने के लिए दोबारा प्रस्ताव भेजकर अनुमति मांगी गई है। इन ट्रेनों का भेजा प्रस्ताव :
- धनबाद से गोरखपुर वाया बरौनी व छपरा
- धनबाद से दिल्ली (आनंदविहार)
- धनबाद अलेप्पी एक्सप्रेस
- बरकाकाना से कटिहार वाया बरौनी
- सिगरौली से कटिहार वाया बरौनी ---इनसेट---
पहले भी सिलसिलेवार 11 जोड़ी ट्रेनों की मांगी थी अनुमति, वेटिग लिस्ट में प्रस्ताव
धनबाद : धनबाद रेल मंडल ने पहले भी सिलसिलेवार 11 जोड़ी ट्रेनों का चलाने का प्रस्ताव पूर्व मध्य रेल मुख्यालय को भेजा था। इनमें धनबाद से पटना जाने वाली गंगा दामोदर एक्सप्रेस, धनबाद अलेप्पी एक्सप्रेस, धनबाद-हावड़ा ब्लैक डायमंड एक्सप्रेस समेत दूसरी महत्वपूर्ण ट्रेनें शामिल थीं। 196 जोड़ी ट्रेनों की घोषणा होने के बाद भी धनबाद से एक भी ट्रेन को चलाने की अनुमति नहीं मिली। यहां से भेजा गया प्रस्ताव वेटिग लिस्ट में ही रह गया।