IIT(ISM): विनिर्माण व कृषि क्षेत्र से ही अर्थव्यवस्था में आएगी सुधार, मार्केटिंग गुरु परवतियार के बोल- होटल उद्योग में रहेगी सुस्ती
IIT(ISM) भारत को अब उद्योग और व्यापार के लिए छोटे शहरों और ग्रामीण अंचलों का रूख करना पड़ेगा। सेवा उद्योग में तेजी आने में थोड़ा वक्त लगेगा।
धनबाद, जेएनएन। कोरोना काल में लॉकडाउन के कारण देश-दुनिया की अर्थव्यवस्था पटरी से उतर गई है। आर्थिक मंदी है। इससे उबरने के लिए दुनियाभर में कोशिशें का जी रही हैं। इसके बावजूद चहुंओर निराशा का माहाैल है। तमाम अर्थशास्त्री चिंतित हैं। अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए लगातर सुझाव दे रहे हैं। इन सबके बीच भारतीय प्रोद्योगिकी संस्थान (भारतीय खनि विद्यापीठ)-Indian Institute of Technology(Indian School of Mines) धनबाद में गुरुवार को बाजार विपणन और अर्थव्यवस्था विषय पर अंतरराष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए टेक्सास टेक विश्वविद्यालय अमेरिका के प्राध्यापक एवं विख्यात मार्केटिंग गुरु डॉ. अतुल परवतियार (Dr. Atul Parvatiar, Texas Tech University, USA) ने कहा कि विनिर्माण व कृषि क्षेत्र से ही अर्थव्यवस्था में सुधार आयेगी।
होटल और पर्यटन उद्योग में सुस्ती रहेगी
IIT(ISM) में वेबिनार का आयोजन मैनेजमेंट स्टडीज विभाग की तरफ से किया गया था। डा.अतुल परवतियार ने कोरोना काल और उसके बाद की स्थिति में विश्व अर्थव्यवस्था में सुधार कैसे आये और इस में मार्केटिंग की क्या भूमिका हो सकती है, इस पर अपने विचार रखे। करीब एक घंटे के अपने व्याख्यान में डा.पर्वतियार ने वैश्विक परिदृश्य एवं भारत के सन्दर्भ में तथ्यपरक चर्चा करते हुए कहा कि विनिर्माण व कृषि क्षेत्र से ही अर्थव्यवस्था में सुधार आयेगी। उन्होंने कहा कि सेवा उद्योग में तेजी आने में थोड़ा वक्त लगेगा। हालांकि कुछ सेवा क्षेत्र में पहले तेजी आयेगी। होटल और पर्यटन उद्योग में सुस्ती अभी रहेगी।
भारत के छोटे शहरों में उद्योग-व्यापार की संभावना
उन्होंने कहा कि भारत को अब उद्योग और व्यापार के लिए छोटे शहरों और ग्रामीण अंचलों का रूख करना पड़ेगा। वेबिनार का संचालन वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. प्रमोद पाठक ने किया एवं मुख्यवक्ता का परिचय कराते हुए विषय वस्तु पर प्रकाश डाला। विभागाध्यक्ष डॉ सौम्या सिंह ने मुख्य वक्ता का स्वागत करते हुए कहा कि यह विभाग द्वारा आयोजित वेबिनार सीरीज का तीसरा कार्यक्रम था और विभाग द्वारा ये कार्यक्रम लगातार चलता रहेगा। वेबिनार में विभाग के अध्यापक, शोध छात्र, विद्यार्थियों समेत देश विदेश के कई श्रोताओं ने हिस्सा लिया।