उपायुक्त ने किया जेआरडीए कार्यालय का औचक निरीक्षण, जनवरी से बैठेंगे
धनबाद झरिया फायर एरिया के तहत बीसीसीएल के कुसुंडा क्षेत्र संख्या छह में विश्वकर्मा परियोज
धनबाद : झरिया फायर एरिया के तहत बीसीसीएल के कुसुंडा क्षेत्र संख्या छह में विश्वकर्मा परियोजना के पास महिला के जिदा दफन होने के बाद झरिया मास्टर प्लान की क्रियान्वयन एजेंसी झरिया पुनर्वास एवं विकास प्राधिकार (जेआरडीए) एक बार फिर से रेस है। घर से शौच के लिए निकली महिला कल्याणी देवी 18 दिसंबर को अचानक जमीन में गोफ बनने से उसके अंदर समा गई थी। घटना के बाद जमीन को खोदकर उसका शव बाहर निकाला गया। इस घटना के बाद जेआरडीए के प्रबंध निदेशक सह धनबाद डीसी उमा शंकर सिंह का ध्यान आग एवं भू-धंसान प्रभावित परिवारों के पुनर्वास पर गया है।
झरिया मास्टर प्लान के तहत आग एवं भू-धंसान प्रभावित परिवारों के पुनर्वास का काम धनबाद में पिछले एक साल से ठप है। लेकिन महिला के जिदा दफन होने की घटना ने जिला प्रशासन, बीसीसीएल और जेआरडी की आंखें खोल दी हैं। दो दिन पहले उपायुक्त ने पुनर्वास के लिए बेलगड़िया में बनाए जा रहे आवासों का निरीक्षण किया। इसके बाद वे बुधवार को जेआरडीए कार्यालय पहुंचे और औचक निरीक्षण कर पुनर्वास कार्यो की जानकारी प्राप्त की।
इस दौरान उन्होंने अभिलेखागार, सामान्य शाखा, प्रभारी कक्ष, सभा कक्ष, कंप्यूटर कक्ष, अभियंत्रण प्रभाग, लेखा एवं सर्वे कक्ष सहित अन्य कार्यालयों का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के बाद उन्होंने परिसर की साफ-सफाई करने, सीसीटीवी कैमरा लगवाने, भवन को शीघ्र दुरुस्त करने, महत्वपूर्ण दस्तावेजों की सुरक्षा के लिए फायर फाइटिग सिस्टम लगाने का निर्देश कार्यपालक अभियंता को दिया। उपायुक्त ने कहा कि तीन दिन में इस कार्य का प्राक्कलन तैयार करें और एक माह में पूरे परिसर को दुरुस्त बनाएं। कहा कि जनवरी 2021 से वे जेआरडीए कार्यालय में आकर बैठेंगे। मौके पर कार्यपालक अभियंता गुलजार अंजुम, सुनील कुमार दलेला, डीएमएफटी ऑफिसर शुभम सिघल, नितिन कुमार व अन्य लोग उपस्थित थे।