ठग दंपती की तलाश में झरिया पहुंची दिल्ली पुलिस, 10 हजार से भी अधिक लोगों को एजेंसी में बनाया सदस्य Dhanbad News
राकेश व निक्की ने दिल्ली हरियाणा यूपी राजस्थान के करीब 10 हजार लोगों को लघु उद्योग के नाम पर एजेंसी में मेंबर बनाया। इससे उनके बैंक खाता में 36 लाख रुपये जमा हुआ था।
धनबाद, जेएनएन। झरिया थाना क्षेत्र के कोयरीबांध निवासी राकेश सोनकर व उनकी पत्नी संदीप देवी उर्फ निक्की की तलाश में सोमवार को दिल्ली बदरपुर अपराध शाखा पुलिस के अधिकारी अश्विनी कुमार व धर्मेंद्र कुमार झरिया थाना पहुंचे। दोनों पर दिल्ली, यूपी, राजस्थान व हरियाणा के लोगों से लगभग दो करोड़ व्यापार के नाम पर ठगी करने का आरोप है।
झरिया पुलिस के सहयोग से आरोपी की तलाश में दिल्ली पुलिस ने कोयरीबांध में छापेमारी की, लेकिन पुलिस को निराशा हाथ लगी। दोनों यहां नहीं थे। पुलिस ने आसपास के लोगों से पूछताछ की। आरोपी के पिता दयाराम सोनकर ने बताया कि राकेश नुनूडीह झरिया की रहनेवाली निक्की नामक युवती से प्रेम विवाह किया था। उसके एक पुत्री व एक पुत्र है। तीन महीने पहले अपने बच्चों को यहां हमारे पास छोड़ कर चला गया।
पूछने पर पिता दयाराम ने बताया कि कुछ दिन में वापस आ जाएंगे। अधिकारी अश्विनी कुमार व पुलिस ने सुदामडीह निवासी कुंदन विश्वकर्मा से मामले को लेकर पूछताछ की। अधिकारी ने बताया कि जिस खाता में राशि जमा हुई उससे कुंदन के बैंक खाते में 50 हजार ट्रांसफर किए गए। पुलिस ने पूछताछ के बाद कुंदन को छोड़ दिया।
अधिकारी ने बताया कि राकेश व उनकी पत्नी निक्की पर धोखाधड़ी का मामला दिल्ली में दर्ज किया गया है। बताया कि 25 फरवरी 2019 को दिल्ली की रहनेवाली रूपा राय ने पुलिस को बताया कि दो साल पहले राकेश व उनकी पत्नी निक्की लघु उद्योग के व्यापार को लेकर आए थे। राकेश ने मोमबत्ती व कपूर के काम के बारे बताया था। इस काम के लिए उन्होंने दो साल में दस हजार से अधिक लोगों से अपनी कंपनी में सदस्य बनाने के लिए पांच सौ से एक हजार की राशि ली। राशि लेकर फरार हो गया।
तीन महीने पहले राकेश व निक्की के खड़गपुर में होने की थी सूचना : अधिकारी ने बताया कि रूपा के बयान पर ही दोनों पर मामला दर्ज किया गया है। दिल्ली न्यायालय से दोनों के खिलाफ वारंट व कुर्की के आदेश भी जारी है। अधिकारियों ने बताया कि राकेश के साथी दिल्ली निवासी सुषमा, संदीप माथुर व दीपक को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। अश्विनी ने बताया कि तीन महीने पहले भी राकेश व निक्की के खड़गपुर में होने की सूचना मिली थी। वहां भी छापामारी की गई। दोनों वहां से भी भाग निकले।
लघु उद्योग का लालच देकर ले उड़े करोड़ों रुपये : दिल्ली अपराध शाखा के अधिकारी अश्विनी ने बताया कि शिकायत में रूपा राय ने कहा है कि राकेश व निक्की लघु उद्योग के लिए दो साल पूर्व दिल्ली आए थे। दिल्ली के बदरपुर में मेरे से लघु उद्योग में काम को लेकर बात की। राकेश ने दिल्ली में अपनी एक एजेंसी खोली। उसका नाम इनालसा इंडस्ट्रीज रखा था। एजेंसी की जिम्मेदारी मुङो सौंपा गया था।
10 हजार से भी अधिक लोगों को एजेंसी में मेंबर बनाया : एजेंसी में लोगों को लघु उद्योग के बारे जानकारी देने के साथ लोगों को सदस्य बनाने के लिए पांच सौ से एक हजार रुपये लिए जाते थे। एजेंसी का मालिक राकेश व निक्की थे। राकेश ने दिल्ली, हरियाणा, यूपी, राजस्थान के लोगों को इस लघु उद्योग का सदस्य बनाया गया। 10 हजार से भी अधिक लोगों को एजेंसी में मेंबर बनाया गया। कई लोगों ने बैंक खाता के साथ नकद राशि भी दिए। बैंक खाता में 36 लाख रुपये जमा हुआ था।