जिस नवजात को पुलिस ने दिया जीवन उसे पीएमसीएच की लापरवाही ने मार डाला
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अविनाश के अनुसार भर्ती कराने के समय बच्चा बिल्कुल स्वस्थ था। इसके बावजूद नवजात की मौत चिकित्सकीय व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है।
धनबाद, जेएनएन। पाटलिपुत्र मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पीएमसीएच) धनबाद की लापरवाही एक बार फिर उजागर हुई है। अस्पातल की लापरवाही से नवजात बच्चे की मौत हो गई है। आइसीयू में भर्ती शिशु की मौत के कारणों के बारे में डॉक्टर कुछ भी नहीं बता पा रहे हैं। इस मामले को बाल कल्याण समिति धनबाद ने गंभीरता से लेते हुए जांच-पड़ताल शुरू की है।
क्या है मामला : धनबाद जिले के हरिहरपुर थाना क्षेत्र के चैता गांव स्थित हाई स्कूल के पीछे सोमवार को एक नवजात शिशु फेंका हुआ था। सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। बगैर देर किए पुलिस ने इलाज के लिए नवजात को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। इलाज के बाद बच्चा स्वस्थ था। बेहतर देख-भाल के लिए पुलिस ने नवजात को सीडब्ल्यूसी धनबाद के हवाले कर दिया। सीडब्ल्यूसी ने बच्चे को पीएमसीएच में भर्ती कराया था। उसकी मंगलवार को मौत हो गई। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. अविनाश के अनुसार भर्ती कराने के समय बच्चा बिल्कुल स्वस्थ था। इसके बावजूद नवजात की मौत पीएमसीएच की चिकित्सकीय व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है।
सीडब्ल्यूसी ने मांगा जवाब : नवजात की मौत को सीडब्ल्यूसी ने गंभीरता से लिया है। प्रथम दृष्टया मौत का कारण पीएमसीएच के डॉक्टरों और नर्सो की लापरवाही उजागर हुई है। जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी साधना कुमारी ने पीएमसीएच के अधीक्षक से मिलकर नवजात की मौत पर जवाब मांगा है। उन्होंने अस्पताल में जाकर पूछताछ की तो बच्चे की मौत के कारणों के बारे में न तो अधीक्षक और न ही डॉक्टर कुछ बता पा रहे थे।
------------------
पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के कारणों के बारे में कुछ कहा जा सका है। वैसे डाक्टरों के अनुसार भर्ती वक्त बच्चा स्वस्थ था। पोस्टमार्टम के बाद सब स्पष्ट हो जाएगा।
डॉ. टी हेंब्रम, अधीक्षक, पीएमसीएच।