राजनाथ सिंह की सभा में गया था राणा सिंह, एक माह बाद कचरे के ढेर में मिला सड़ा-गला शव
बस्ताकोला निवासी राणा सिंह के लापता होने के एक माह बाद उनके शव के अवशेष को झरिया पुलिस ने हत्यारोपित की निशानदेही पर बनियाहीर के पिरकूबांध कूड़ा डंपिंग के पास से बरामद किया।
संवाद सहयोगी, झरिया: झरिया थाना क्षेत्र के बस्ताकोला निवासी 45 वर्षीय राणा सिंह के लापता होने के एक माह बाद उनके शव के अवशेष को झरिया पुलिस ने हत्यारोपित की निशानदेही पर बनियाहीर के पिरकूबांध कूड़ा डंपिंग के पास से गुरुवार को बरामद किया। झरिया थाना प्रभारी हरिशंकर सिंह ने बताया कि राणा सिंह की पत्नी रूबी सिंह की शिकायत पर कांड दर्ज कर मामले की छानबीन शुरु किया गया था। एक माह बाद बुधवार को भागा के पिरकूबांध निवासी मो. जावेद को मामले में हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। जावेद ने अपना मुंह खोल दिया। जावेद की निशानदेही पर झरिया पुलिस ने पिरकूबांध से मृतक राणा सिंह के शव के अवशेष को बरामद किया। अवशेष की डीएनए जांच कराने में पुलिस जुटी है।
बताया जाता है कि लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान सात मई को तत्कालीन गृहमंत्री राजनाथ सिंह डिगवाडीह सर्कस मैदान में आमसभा के लिए आये थे। उस दिन राणा अपनी बाइक से आमसभा में गये थे। आमसभा समाप्त होने के बाद लोदना मोड़ पहुंचे। इसके बाद से वे लापता हो गए थे।
सूद पर रुपये के लेनदेन में हुई हत्या: थानेदार ने बताया कि राणा सिंह से जावेद ने पूर्व में सूद पर कुछ रुपये लिए थे। राणा राशि के लिए जावेद से लगातार तगादा कर रहा था। परेशान होकर जावेद ने सात मई की देर शाम उसे लोदना मोड़ स्थित दिल्ली हेयर कटिंग सैलून में बुलाया। वहां राणा और जावेद में लेनदेन को लेकर हाथापाई होने लगी। हाथापाई के क्रम में राणा को जावेद ने जोरदार धक्का मार दिया। राणा के सिर में गंभीर चोट लगने से वह बेहोश हो गया। जावेद ने उसके चेहरे पर पानी मारकर उसे होश में लाने की कोशिश की, लेकिन राणा होश में नहीं आया। सिर में गंभीर चोट लगने से उसकी मौत हो गयी।
राणा की मौत के बाद जावेद ने प्लास्टिक के एक ड्रम के अंदर शव को डाल दिया। इसके बाद पिरकूबांध स्थित नगर निगम के कचड़ा डंपिंग वाले स्थान पर ड्रम के ऊपर मोटा कपड़ा बांधकर रात में फेंक दिया। पुलिस ने कूड़ेदान के पास शव के अवशेष को बरामद किया। उस समय ड्रम नहीं था। वहीं राणा के दोनों मोबाइल फोन को पास में ही एक गड्ढे में जमे पानी मे फेंक दिया गया। जावेद ने अपने सहयोगी आशीष कुमार को डरा धमका कर शव को फेंकने में उसकी भी मदद ली थी। शव को ठिकाने लगाने के बाद देर रात जावेद ने राणा की बाइक को भूतगढिय़ा-होरलाडीह स्थित तालाब में जाकर फेंक दिया था। 12 मई को भूतगढिय़ा-होरलाडीह के तालाब में बाइक होने की सूचना पर बोर्रागढ़ व झरिया पुलिस ने तालाब से उसे बरामद किया था। दूसरे दिन झरिया पुलिस ने राणा के परिवार वालों से बाइक की पहचान कराई। परिजनों ने बाइक की पहचान की।
फोन कर लोगों से मांगा था प्लास्टिक का ड्रम: मारपीट व धक्का-मुक्की में राणा की मौत के बाद जावेद शव को ठिकाने लगाने के लिए अपने लोगों को फोन कर प्लास्टिक ड्रम की मांग कर रहा था। बाद में जावेद ने किसी घर से ही ड्रम हासिल किया। इसके बाद ड्रम के अंदर राणा के शव को डाल दिया। कुछ देर बाद अपने एक दोस्त को आता देखकर उसे रुकवाया। उसे कहा कि गांव से चावल आया है और ड्रम को बाइक पर लादकर पिरकूबांध कचरा डंपिंग स्थल के पास ले जाकर फेंक दिया।
राणा व जावेद के घरों में पुलिस का पहरा: मृतक राणा सिंह के बस्ताकोला आवास व हत्या के आरोपित मो. जावेद के पिरकूबांध स्थित आवास पर विधि-व्यवस्था को लेकर झरिया के थानेदार ने पुलिस ने पहरा लगा दिया है। किसी तरह के आक्रोश की स्थिति से निपटने के लिए यह व्यवस्था की गई है।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप