सिदरी एफसीआइ अस्पताल को लीज पर लेगा जिला प्रशासन
सिंदरी में बंद पड़े एफसीआइ अस्पताल को पुन शुरू करने के लिए प्रशासनिक कवायद तेज कर दी गयी है। इसके लिए एनओसी प्रदान करने तथा न्यूनतम 30 वर्ष की लीज देने का अनुरोध जिला प्रशासन ने एफसीआईएल से किया है।
जागरण संवाददाता, धनबाद : सिंदरी में बंद पड़े एफसीआइ अस्पताल को पुन: शुरू करने के लिए प्रशासनिक कवायद तेज कर दी गयी है। इसके लिए एनओसी प्रदान करने तथा न्यूनतम 30 वर्ष की लीज देने का अनुरोध जिला प्रशासन ने एफसीआईएल से किया है। इसकी जानकारी देते हुए उपायुक्त उमाशंकर सिंह ने मंगलवार को बताया कि लीज प्राप्त होते ही हर्ल अपने सीएसआर फंड से इस अस्पताल का जीर्णोद्धार करा सकता है। स्पताल के शुरू होने से सिदरी सहित आसपास के क्षेत्रों के एक लाख से अधिक लोग लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन डीएमएफटी फंड के तहत चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ तथा अन्य आवश्यक सहयोग से इसके सफल संचालन के लिए हर्ल को सौंपेगा। करीब 100 एकड़ भूमि पर फैले इस अस्पताल का जीर्णोद्धार जिला के चिकित्सा व्यवस्था में मील का पत्थर साबित होगा तथा सिदरी एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लाखों लोगों को स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने में सक्षम होगा। उन्होंने कहा कि तीन जून को एफसीआईएल, हर्ल तथा जिला प्रशासन की टीम ने इस अस्पताल का दौरा किया था। दौरा करने के बाद टीम ने यह निष्कर्ष निकाला कि यह अस्पताल एक बेहतरीन कोविड-19 अस्पताल में तब्दील किया जा सकता है, जहां बड़ी संख्या में कोरोना मरीजों का उपचार किया जा सकता है। अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर की स्थिति अच्छी है। इसका जीर्णोद्धार कर यहां पर अल्प अवधि में अस्पताल शुरू किया जा सकता है। अस्पताल की पुरानी ओपीडी सेक्शन का जीर्णोद्धार कर शुरु में नन कोविड मरीजों के लिए तीन वार्ड शुरु हो सकता है। इस परिसर में डायग्नोस्टिक सेंटर शुरू करने के लिए भी पर्याप्त स्थान है। कोरोना मरीजों के प्रवेश एवं निकासी के लिए भी अलग-अलग द्वार भी है। वहीं तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर प्रशासन ने आईसीयू बेड की संख्या को 300 से अधिक करने, बच्चों के लिए 50 से अधिक पीआईसीयू तैयार करने, अस्पतालों में पीएसए ऑक्सीजन प्लांट सहित अन्य आवश्यक चिकित्सा उपकरण लगाकर सरकारी स्वास्थ्य ढांचे को मजबूती प्रदान करने का संकल्प लिया है।