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कस्टमर केयर नंबर साइबर अपराधियों का नया हथियार, गोरखपुर के खाते से रुपये उड़ाने वाले कुख्यात अजीम ने खोला राज Dhanbad News

गोविंदपुर के कालाडाबर से गिरफ्तार साइबर अपराधी अजीम अंसारी ने ठगी का सच उगला तो पुलिस अफसरों के भी होश फाख्ता हो गए।

By Edited By: Published: Sun, 05 Jan 2020 02:21 AM (IST)Updated: Sun, 05 Jan 2020 09:23 AM (IST)
कस्टमर केयर नंबर साइबर अपराधियों का नया हथियार, गोरखपुर के खाते से रुपये उड़ाने वाले कुख्यात अजीम ने खोला राज Dhanbad News
कस्टमर केयर नंबर साइबर अपराधियों का नया हथियार, गोरखपुर के खाते से रुपये उड़ाने वाले कुख्यात अजीम ने खोला राज Dhanbad News

धनबाद, जेएनएन। धनबाद पुलिस ने एक ऐसे शातिर साइबर ठग को गिरफ्तार किया है, जो गूगल पर कंपनियों के कस्टमर केयर नंबर को एडिट कर देता था। कंपनी का नंबर समझ कर कोई डायल करता था, तो ठग उसे यूपीआइ लिंक भेजकर अकाउंट से रुपए उड़ा देता था।

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गोविंदपुर के कालाडाबर से गिरफ्तार साइबर अपराधी अजीम अंसारी ने ठगी का सच उगला तो पुलिस अफसरों के भी होश फाख्ता हो गए। एसपी सिटी आर रामकुमार ने शनिवार को मीडिया को बताया कि अजीम अंसारी गूगल सर्च इंजन में विभिन्न कंपनियों के कस्टमर केयर नंबर को एडिट कर अपना नंबर डाल देता था। इस नंबर पर जब कोई ग्राहक किसी समस्या को लेकर कॉल करता था तब उक्त अपराधी यूपीआई लिंक करने का मेसेज भेज कर अपने मोबाइल फोन से उस कस्टमर के खाता को एक्सेस करता था। अपराधी द्वारा भेजी गई लिंक को एक्सेस करते ही ग्राहक का बैंक खाता अजीम के मोबाइल नंबर से लिंक हो जाता था। इसके बाद अजीम गूगल फॉर्म को भेजकर उसमें यूपीआई पिन मंगवा लेता था और इसके बाद बड़ी आसानी से वह उक्त बैंक खाते से सारे रुपए अन्य खातों में ट्रासफर कर एटीएम के माध्यम से रुपए निकाल लेता था। अजीम अंसारी अपने अकाउंट में रुपए ट्रांसफर नहीं करता था। वह अपने गांव व आसपास के भोले भाले लोगों को इंश्योरेंस एवं सरकारी योजनाओं का लाभ देने का झासा देकर बैंक में खाता खुलवाता था। उनके खातों में ठगी का रुपया ट्रासफर करता था।

फर्जी नाम से खरीदता था सिमः  पुलिस के अनुसार अजीम अंसारी कोलकाता से फर्जी नाम से सिम खरीद कर लाता था। वहा एक से दो हजार रुपये में आसानी से सिम प्राप्त कर लेता था। जाच करने पर पता चला कि अजीम के फोन में 20 खाता का विवरण है। उसके फोन में फ्यूचर पे का ऐप भी मौजूद है, जिसमें विजय कुमार का नाम है। जो फर्जी है।

ऐसे गिरफ्तार हुआ शातिर अजीम अंसारीः   पुलिस के अनुसार फेडरल बैंक की निरसा शाखा के प्रबंधक ने साइबर थाना में गोरखपुर पुलिस के आवेदन पर एक मामला दर्ज कराया था। गोरखपुर पुलिस के साइबर सेल ने फेडरल बैंक निरसा शाखा के प्रबंधक को सूचना दी थी कि किसी साम लाल मराडी के खाता में ठगी से अर्जित रुपए आए हैं, जिसके कारण उस खाता को होल्ड में रखा जाए। बैंक ने जब उस खाता को होल्ड में रखा तब साम लाल मराडी बैंक आया। इसकी सूचना बैंक प्रबंधक ने साइबर थाना एवं निरसा थाना को दी। साम लाल मराडी, सुमिता हंसदा एवं संजय टूडू जो साथ में खाता खुलवाने आए थे, उससे पूछताछ की गई, तब पता चला कि अजीम अंसारी ने उन्हें रुपए देकर बैंक में खाता खुलवाने के लिए भेजा था।

लसाजों के झासे में न आएं : एसपी सिटी सिटी एसपी आर रामकुमार ने लोगों से अपील की है कि वे ऐसे जालसाजों के झासे में नहीं फंसे। उन्होंने कहा कि लोग स्वयं अपना बैंक खाता खोलें और अपना एटीएम कार्ड स्वयं ऑपरेट करें। कस्टमर केयर का नंबर लेना हो तो कंपनी की अधिकृत वेबसाइट पर जाकर ही उसे प्राप्त करें। कभी भी फोन पर कोई भी व्यक्ति द्वारा मागी गई यूपीआई पिन नहीं दे। किसी को भी वन टाइम पासवर्ड एवं पिन नहीं बताएं।


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