पुलिस का साइबर अपराधियों पर जोर नहीं, बंद करा रही एटीएम
साल 2018 में 514 लोगों से करोड़ों की ठगी हुई। भुक्तभोगियों ने घटना की प्राथमिकी जिले के विभिन्न थानों में दर्ज कराई है।
धनबाद, जेएनएन। आम और खास लोग अब साइबर अपराध का दोहरा मार झेल रहे हैं। एक तरफ उनके बैंक खाते से साइबर अपराधी जादू की तरह रुपये उड़ा ले रहे हैं तो दूसरी तरफ एटीएम बंद होने से भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। दरअसल, पुलिस सुरक्षा का हवाला देकर धनबाद शहर में करीब एक दर्जन एटीएम बंद करा चुकी है।
धनबाद जिले में दर्ज होने वाले साइबर अपराध के आंकड़ों पर गाैर करे तो यहां ठगी करनेवाले नटवरलालों की संख्या कम नहीं है।
साल 2018 में 514 लोगों से करोड़ों की ठगी हुई। भुक्तभोगियों ने घटना की प्राथमिकी जिले के विभिन्न थानों में दर्ज कराई है। कहीं नौकरी के नाम पर ठगा गया, तो कहीं जमीन बेचने के नाम पर लोगों से लाखों की ठगी हुई। इतना नहीं, तकरीबन 40 लोगों को साइबर अपराधियों ने ही लाखों का चूना लगाया है, जिसमें पुलिसकर्मियों के साथ शहर के कई व्यवसायी, सरकारी कर्मी आदि साइबर अपराधियों के शिकार हुए हैं। यदाकदा साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी भी हुई है पर ठगी के शिकार अधिकांश लोगों के लाखों रुपये बरामद नहीं हो पाए। गत वर्ष पूरे साल पुलिस साइबर अपराधियों की धरपकड़ में सक्रिय रही है, पर अपराधी पुलिस को चकमा देते रहे। साइबर अपराधियों ने अधिकांश ठगी एटीएम के जरिए किया, लिहाजा थक हार कर पुलिस ने शहर के एटीएम को असुरक्षित मान बंद भी करवा दिया था। धैया कोरंगापïट्टी सिटी सेंटर के आसपास के एटीएम पुलिस ने ही बंद कराए। इसके अलावा भी कई एटीएम पुलिस के सिर दर्द बना रहा। खासकर रांगांटाड़ के आसपास एटीएम से भी अपराधियों ने दर्जनों लोगों को चूना लगाया।
वर्ष 2018 में दर्ज मामले
माह ठग के शिकार साइबर ठगी
जनवरी 54 05
फरवरी 19 01
मार्च 72 04
अप्रैल 80 00
मई 39 01
जून 32 02
जुलाई 39 03
अगस्त 25 02
सितंबर 67 07
अक्टूबर 31 04
नवंबर 23 03
दिसंबर 33 08