मैथन टोल प्लाजा पर फास्टैग लगाने को वाहन मालिकों की लग रही भीड़, दोगुना फाइन को लेकर लोगों में असमंजस Dhanbad News
मैथन स्थित टोल प्लाजा पर FASTag लगाने को वाहन मालिकों की भीड़ लगी रही। हालांकि फास्टैग लगाने की अंतिम तारीख 15 दिसंबर तक बढ़ा दी गई है।
धनबाद, जेएनएन। मैथन स्थित टोल प्लाजा पर फास्टैग (FASTag) लगाने के लिए शनिवार को वाहन मालिकों की भीड़ लगी रही। लोग फास्टैग लगाने के लिए टोल प्लाजा पर अपने-अपने कागजात जमा कर रहे थे। फास्टैग लगाने की अंतिम तारीख 15 दिसंबर तक बढ़ाए जाने से वाहन मालिक राहत महसूस कर रहे हैं।
मैथन टोल प्लाजा के टोल प्रबंधक रंजय सिंह ने कहा कि यहां 28% वाहनों पर फास्टैग लगाया जा चुका है। बाकी वाहनों का फास्टैग लगाने के लिए पेटीएम सहित अन्य कंपनियों के लोग काम कर रहे हैं, जो धीरे-धीरे सामान्य हो जाएगा। उन्होंने माना कि सर्वर में तकनीकी खराबी के कारण फास्टैग लगाने में कुछ कठिनाइयां भी आ रही है जिसे जल्द ही दूर कर लिया जाएगा।
दोगुना फाइन को लेकर वाहन मालिकों में आपाधापी
बता दें कि फास्टैग लगाने के लिए 30 नवंबर ही अंतिम तिथि बताई गई थी। अगर किसी वाहन में फास्टैग नहीं लगा हो तो दोगुना फाइन भरने का निर्देश दिया गया था, जिसे लेकर वाहन मालिकों में आपाधापी थी। हालांकि, सरकार ने इसकी डेडलाइन 15 दिन और बढ़ा दी है।
क्या है फास्टैग?
फास्टैग एक रेडियो फ्रीक्वेंसी टैग है, जिसे वाहन के विंडशील्ड पर लगाया जाता है, ताकि जब वाहन टोल प्लाजा से गुजरे तो वहां मौजूद सेंसर फास्टैग को रीड कर ले और उपकरण ऑटोमैटिक टोल टैक्स की वसूली कर ले। इससे वाहन चालकों के समय की बचत होती है। फास्टैग को समय-समय पर रिचार्ज करना पड़ता है। इसकी वैधता पांच साल तक की है। सभी फास्टैग ग्राहकों को टोल टैक्स में 2.5% तक कैशबैक भी मिलेगा।
फास्टैग नहीं लगवाया तो ये होगा नुकसान
सड़क परिवहन मंत्रालय के निर्देशानुसार, जो भी फास्टैग नहीं लगवाएगा उसे दोगुना टोल टैक्स वसूला जाएगा। हालांकि, बिना फास्टैग लगी गाड़ियों के लिए टोल प्लाजा पर एक अलग से लेन रहेगी। ऐसे में सिंगल लेन होने के कारण वहां वाहनों की लंबी कतार हो सकती है, जिससे आपका बहुमुल्य समय टोल प्लाजा के कतार में बर्बाद होगा।
फास्टैग को बैंक अकाउंट से ऐसे करे लिंक
इसे माय फास्टैग ऐप की मदद से बैंक अकाउंट से लिंक किया जा सकता है। यूजर को व्हीकल रजिस्ट्रेशन नंबर डालना होगा, जिसके बाद फास्टैग एक्टिवेट होगा। ऐप पर यूपीआई पेमेंट के जरिए यूजर अपने फास्टैग को रिचार्ज कर सकेंगे। इसे पेटीएम से भी खरीदा जा सकेगा। पेटीएम पर वाहन की रजिस्ट्रेशेन नंबर और व्हीकल रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट अपलोड कर नए फास्टैग के लिए आवेदन किया जा सकता है।