पुलिस की मौजूदगी में लोहा लदा ट्रैक्टर छुड़ा कर ले गए लोग
लोहा तस्करी को लेकर रविवार की रात खरखरी ओपी अंतर्गत पांडुवाभीठा में पुलिस की मौजूदगी में लोहा लदा ट्रैक्टर लेकर भाग गए ग्रामीण।
संवाद सहयोगी, नावागढ़: लोहा तस्करी को लेकर रविवार की रात खरखरी ओपी अंतर्गत पांडुवाभीठा बस्ती के पास जमकर बबाल हुआ। दो पक्षों के बीच नोकझोंक हुई, इतना ही नहीं, स्थानीय पुलिस की मौजूदगी में एक पक्ष के लोगों ने पुलिस के साथ हाथापाई की और जबरन अवैध लोहा लदी ट्रैक्टर को लेकर चलते बने। लाठी से लैस पुलिस देखती रह गई। सूचना पाकर मधुबन थाना की सशस्त्र पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक लोग ट्रैक्टर लेकर जा चुका था। दहशत फैलाने के लिये दो राउंड फायरिंग की भी चर्चा है, लेकिन पुलिस इसकी अधिकारिक तौर पर पुष्टी नहीं कर रही है। दरअसल पड़ोस के कोलियरी क्षेत्र से लौह स्क्रैप काट कर ट्रैक्टर पर लाद कर लोग ले जा रहे थे। रास्ते में पांडुवाभीठा के ग्रामीणों ने उसे रोक दिया। विवाद उत्पन्न हुआ और खरखरी ओपी पुलिस को सूचना देकर कार्रवाई की मांग की। पुलिस के पहुंचते ही फुलारीटांड़ का एक गुट वहां पहुंच गया, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। फुलारीटांड़ गुट के लोगों ने हो हंगामा किया और पुलिस के साथ हाथापाई करते हुए लोहा लदी ट्रैक्टर को लेकर जबरन चलते बने। खरखरी ओपी पुलिस ने इस मामले को लेकर झामुमो नेता कारू यादव, प्रकाश यादव, राकी मोदक सहित 10 अन्य के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज किया है। इसमें सरकारी कार्य में बाधा, पुलिस बल के साथ हाथापाई, लोहा लदे ट्रैक्टर को जबरन छुड़ा ले जाने का आरोप लगा है। ओपी प्रभारी दिनेश मुंडा के लिखित प्रतिवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की है। प्राथमिकी में कहा गया है कि दो पक्षों के बीच तनाव की सूचना पर पुलिस पहुंची थी। ओपी प्रभारी ने कहा कि मामला दर्ज कर छानबीन की जा रही है। गोली चलने का साक्ष्य नहीं मिला है। झामुमो नेता कारू यादव ने कहा कि गांव में झगड़ा की बात सुनकर रात में गए थे। ट्रैक्टर व लोहा कौन ले गया इससे मेरा कोई लेना-देना नहीं है। बाघमारा के जनप्रतिनिधि के इशारे पर मुझे बदनाम करने की साजिश रची गई है। मुझ पर लगा आरोप निराधार है।