एटीएम कार्ड का क्लोन बनाकर रुपये उड़ाने वाला गिरफ्तार
धनबाद एटीएम में पंचिंग प्वाइंट स्कैनर लगाकर कार्ड का क्लोन बनाने वाले अन्तरराज्यीय गिरोह के एक शातिर अपराधी को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया।
धनबाद : एटीएम में पंचिंग प्वाइंट स्कैनर लगाकर कार्ड का क्लोन बनाने वाले अन्तरराज्यीय गिरोह के एक शातिर अपराधी को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से आठ कार्ड के अलावा स्कैनर भी पुलिस ने बरामद किया है, जिससे कार्ड की डिटेल्स वह लेने के बाद क्लोन तैयार करते थे। पकड़े गए साइबर अपराधी की निशानदेही पर पुलिस ने छापेमारी शुरू कर दी है। पकड़ा गया बदमाश पहले भी जेल जा चुका है। छूटने के बाद उसने फिर लोगों की गाढ़ी कमाई उड़ाने का काम शुरू कर दिया था। उसे खुद इस बात का अंदाजा नहीं है कि कितने लोगों के खाते से कितना रुपया उड़ा दिया है।
साइबर डीएसपी सुमित एस लकड़ा ने बताया कि साइबर अपराध में एक गिरोह संलिप्त है। गिरफ्तार संजय चौहान सेपूछताछ में गिरोह के कई और सदस्यों के नाम पता की जानकारी मिली है। इसके तार झारखंड-बिहार से जुडे़ हैं। जल्द ही गिरोह के अन्य सदस्यों को भी पुलिस गिरफ्तार कर लेगी। गिरफ्तारी बदमाश तेतुलमारी थाना क्षेत्र के सिजुआ का रहने वाला है। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि अपराध की नीयत से सिजुआ मोड़ के पास एक साइबर अपराधी गैंग के कुछ अन्य सदस्यों के इंतजार में वहां खड़ा है। सूचना पर जब पुलिस वहां पहुंची तो अपराधी पुलिस को देख भागने लगा। जिसे खदेड़कर पकड़ा गया। उसके पास से 8 एटीएम कार्ड का क्लोन मिला, जिसमें चार ब्लैंक है वही चार में नाम अंकित है। अपराधियों को दबोचने में साइबर थाना के इंस्पेक्टर शारदा रंजन तथा तेतुलमारी थाना प्रभारी विनोद कुमार की भी महत्वपूर्ण भूमिका थी।
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इस तरह बनाता था एटीएम का क्लोन
एटीएम के पंचिंग प्वाइंट को साइबर ठग निकाल कर उस जगह हूबहू दूसरा लगा देते हैं, जिसमें स्कैनर लगा होता है। एटीएम से रुपये निकालने वाले ग्राहक को इस पंचिंग प्वाइंट से छेड़छाड़ का पता नहीं चल पाता है। रुपए न निकलने पर वह चले जाते हैं। इस दौरान साइबर अपराधियों का स्कैनर कार्ड की डिटेल्स कॉपी कर लेता है, जिसके आधार पर वह दूसरा कार्ड बना लेते हैं। साइबर ठग उसी एटीएम में छेड़छाड़ करते हैं, जहां गार्ड तैनात नहीं होते हैं। अक्सर लोगों का कम आना जाना रहता है।