TVS शोरूम में डकैती का पुलिस ने किया खुलासा, आठ डकैत गिरफ्तार Dhanbad News
एसएसपी किशोर कौशल ने बताया की अपराधियों के पास से डकैती का सारा सामान बरामद हो गया है। इस घटना को लेकर ग्रामीण एसपी अमित रेणु की मॉनीटरिंग में टीम का गठन किया गया था।
धनबाद, जेएनएन। निरसा के शासनबेडिया स्थित शोरूम में 19 जनवरी को डकैती डालने वाले बदमाश आखिर पुलिस के हत्थे चढ़ ही गए। ये डकैत अपनी कद-काठी और मोबाइल लोकेशन से पुलिस के शिकंजे में फंस गए। शक के आधार पर पुलिस ने एक बदमाश को पकड़ा तो डकैती का सच सामने आ गया। पता चला कि निरसा के आमडंगाल गांव के बदमाशों ने ही वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने गैंग की निशानदेही पर शो-रूम से लूटी गई दो बाइक, स्कूटी, मोबाइल कंप्यूटर प्रिंटर, हेलमेट समेत तकरीबन साढ़े तीन लाख की संपत्ति बरामद कर लिया। शो-रूम से तकरीबन पांच लाख की संपत्ति लूट हुई थी।
एसएसपी किशोर कौशल ने बताया की अपराधियों के पास से डकैती का सारा सामान बरामद हो गया है। इस घटना को लेकर ग्रामीण एसपी अमित रेणु की मॉनीटरिंग में टीम का गठन किया गया था। निरसा एसडीपीओ विजय कुमार कुशवाहा, निरसा थाना प्रभारी, गोविंदपुर थानेदार रणधीर कुमार के अलावा तकरीबन डेढ़ दर्जन पुलिस पदाधिकारियों को टीम में शामिल किया गया था। टीम ने काफी मेहनत की और पूरे गैंग को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार अपराधियों में मधुसुदन दास उफऱ् मधु (गलफरबाड़ी) विश्वजीत कर्मकार उर्फ फुच्चा(आमडंगाल निरसा) राजेश बाउरी(आमडंगाल निरसा) वरुण बाउरी (आमडंगाल निरसा) मुकेश बाउरी(आमडंगाल निरसा) संदीप बाउरी (आमडंगाल निरसा) सोहन बाउरी(आमडंगाल निरसा) कुंदन मिर्घा कालीमाटी चिरकुंडा क्षेत्र का रहनेवाला है।
पूछताछ में अपराधियों ने अपना गुनाह भी कबूल कर लिया है। डकैतों ने महादेव ऑटोमोबाइल टीवीएस शो-रूम में 19 जनवरी की देर रात अपराधियों का एक दल शो-रूम में सेंधमारी कर घुसे थे। वहां तैनात सुरक्षागार्ड हेमंत गोप को बंधक बनाकर दो बाइक, स्कूटी समेत उपरोक्त संपत्ति लूट लिए थे। शो-रूम संचालक की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ डकैती की प्राथमिकी दर्ज हुई थी।
एसे पकड़ा गया पूरा गैंग
घटना के दो दिन बाद ही पुलिस ने निरसा थाने से थोड़ी दूर पर स्थित ओपेन कास्ट माइंस के समीप शो-रूम से लूटी गई एक बाइक लावारिस हालत में बरामद की। जिसके बाद पुलिस को लोकल गैंग पर शक हुआ और शो-रूम में लगे सीसी टीवी कैमरे के वीडियो फुटेज भी खंगाला गया। उसमें नकाबपोश भी थे परंतु कुछ अपराधी जो शरीर से मजबूत थे वैसे अपराधियों की लोकल स्तर पर सूची बनाकर उसकी तलाशी शुरू हुई। वैसे कुछ संदेहियों के मोबाइल कॉल डिटेल्स भी निकाले गए। कुछ संदिग्ध निरसा छोड़कर भाग चुके थे। हालांकि घटना के दिन का टावर लोकेशन उन सभी का निरसा शासनबेडिया ही था। पुलिस ने दो तीन लोगों को पड़कर पूछताछ शुरू की तो एक अपराधी टूट गया और उसने गैंग के सारे लोगों के नाम पुलिस को बता दिए तभी पुलिस उन सभी को गिरफ्तार करने में सफल रही।
डेढ़ दर्जन पुलिस ने मिलकर आठ अपराधियों को दबोचा
ग्रामीण एसपी अमित कुमार रेणु, एसडीपीओ विजय कुमार कुशवाहा, निरसा थानेदार उमेश प्रसाद सिंह, गोविंदपुर थानेदार रणधीर कुमार, अनि कुलदीप रौशन बारी, निरसा थाना अनि देवीलाल मुर्मू, विनय कुमार यादव, जयदीप भगत, एएसआई, रणधीर कुमार, वीर अभिमन्यु, अखिलेश कुमार, जयचंद तिग्गा, भवेश यादव, तकनीकी शाखा से राधा कुमार, सिपाही धनंजय कुमार सिंह शामिल थे।