BCCL के सीएमडी को CPIM ने सौंपा पत्र, वाशरी को फिर से चालू और बेरोजगारों को रोजगार देने की रखी मांग
बीसीसीएल की लोदना व कूजामा के विस्थापन तथा सुदामडीह में कोल वाशरी को फिर से चालू करने और बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराने की मांग प्रमुखता से उठने लगी है। शुक्रवार को कोयला भवन में BCCL के सीएमडी से मिलकर मांग पत्र सीपीआइएम व सीटू के प्रतिनिधियों ने सौंपा।
जागरण संवाददाता, धनबाद। झारखंड में बीसीसीएल की लोदना व कूजामा के विस्थापन तथा सुदामडीह में कोल वाशरी को फिर से चालू करने और बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराने की मांग प्रमुखता से उठने लगी है।
शुक्रवार को कोयला भवन में बीसीसीएल के सीएमडी समीरन दत्ता से मिलकर एक मांग पत्र सीपीआइएम व सीटू के प्रतिनिधियों ने सौंपा।
सीएमडी दत्त ने सीपीआईएम के नेताओं को आश्वासन दिया कि कूजामा कोलियरी के लोगों को विस्थापित करने से पहले पुनर्वास की व्यवस्था की जाएगी।
बंद वाशरी को किया जाएगा चालू
वहीं सुदमडीह में बंद वाशरी को चालू किया जाएगा, जिससे लोगों को रोजगार मिलेगा। सीटू से जेबीसीआई सदस्य सुजीत भट्टाचार्या ने कहा कि बीसीसीएल का क्षेत्र काफी बड़ा है।
इस पर प्रबंधन को गंभीरता से विचार करना चाहिए। विस्थापितों का मामला काफी बड़ा है। इस पर गंभीरता बरतने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि बीसीसीएल काफी तेजी से तरक्की के पथ पर काम कर रही है। इसमें सभी की सहभागिता है। इस लिहाज से प्रबंधन को सभी पर ध्यान देने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि जो भी वेतन समझौते में तय हुआ है। उसका लाभ कोयला मजदूरों को मिले। यह हर कंपनी के प्रबंधन को सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि श्रमिकों की सुविधा को लेकर किसी तरह का समझौता नहीं किया जा सकता।
मौके पर जिला सचिव , संतोष कु घोष, नटवर महतो,लीलामय गोस्वामी , बीसीसीएल स्टाफ कोडिनेशन के महासचिव उदय सिंह, राजीव बोस, जितेंद्र महतो शामिल थे।
डीपी से मिला प्रतिनिधिमंडल
श्रमिक समस्या को लेकर बीसीसीएल डीपी मुरली कृष्णा रमैय्या से मिलकर इनके साथ थे। सीटू के प्रतिनिधियों ने कहा कि मेडिकल, आवास, प्रमोशन सहित अन्य मामलों को समय से निपटारा होने चाहिए।
कहा कि नियोजन का मामला भी लंबित है। सीटू के राज्य सचिव भारत भूषण, राम कृष्णा पासवान तथा ओमप्रकाश पासवान शामिल थे।