आरएटी स्पेशल ड्राइव : लोगों में जागरूकता लाने के लिए उपायुक्त ने की ऑनलाइन बैठक
धनबाद जिले में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए शुरू की गई रैपिड एंटीजन टेस्
धनबाद : जिले में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए शुरू की गई रैपिड एंटीजन टेस्ट स्पेशल ड्राइव तथा कोरोना वायरस के प्रति लोगों के मन में व्याप्त गलतफहमी, कोरोना का दुष्प्रभाव सहित अन्य भ्रांतियों को दूर करने के उद्देश्य से शुक्रवार को उपायुक्त उमा शंकर सिंह ने पंचायतों एवं वार्डो के जनप्रतिनिधियों, पर्यवेक्षक, पीडीएस डीलर, सेविका, सहायिका, सहिया के साथ ऑनलाइन बैठक कर महत्वपूर्ण विषयों पर मार्गदर्शन दिया।
उपायुक्त ने कहा कि सभी संवेदनशील पंचायतों एवं वार्डो में 15 सितंबर से शुरू आरएटी स्पेशल ड्राइव के तहत तीन से चार लाख की जनसंख्या की जांच करने का लक्ष्य निर्धारित है। उपायुक्त ने कहा कि लोगों के मन में ऐसी भ्रांति है कि टेस्ट करने से सभी लोग पॉजिटिव हो जाते हैं। जबकि टेस्ट में केवल दो से तीन फीसद लोग ही कोरोना पॉजिटिव पाए जाते हैं। उपायुक्त ने कहा कि लोगों को यह जानकारी दें कि जिले में गंभीर मरीजों के लिए डेडिकेटेड कोविड अस्पताल (सेंट्रल अस्पताल) व पीएमसीएच में 30 बेड का आइसीयू, हल्के लक्षण वाले मरीजों के लिए पीएमसीएच कैथ लैब, सदर अस्पताल, निरसा पॉलीटेक्निक, टाटा अस्पताल जामाडोबा, बीसीसीएल अस्पताल भूली, क्षेत्रीय रेलवे प्रशिक्षण संस्थान भूली, गर्भवती महिलाओं के लिए एसएसएलएनटी अस्पताल, पेड आइसोलेशन के लिए वेडलॉक ग्रींस व किग्स रिजॉर्ट में उपचार की व्यवस्था है।
इलाज नहीं कराने के दुष्प्रभाव पर उपायुक्त ने कहा कि एक संक्रमित व्यक्ति अपने साथ-साथ पूरे परिवार एवं समाज को नुकसान पहुंचा सकता है। जांच करने के बाद ही संक्रमित की पहचान होगी। इससे संक्रमित का परिवार सहित उनके संपर्क में आने वाले अन्य लोग वैश्विक महामारी की चपेट में आने से बच सकेंगे। उपायुक्त ने कहा कि आरएटी स्पेशल ड्राइव में जांच कराने तथा इस आपदा से निपटने में सभी की जिम्मेदारी महत्वपूर्ण है। अत: सभी से अनुरोध है कि वे अपने आस-पड़ोस एवं समाज में जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे कार्यो, जिले में उपलब्ध चिकित्सा व्यवस्था, होम आइसोलेशन के नियम तथा कोविड-19 से बचाव के उपायों के संबंध में जानकारियां साझा करें तथा इस अभियान में भाग लेकर कोविड जांच अवश्य कराएं।