Move to Jagran APP

Neeraj Singh murder case trial: आइओ ने एफएसएल रिपोर्ट के आधार पर नहीं किया अनुसंधान, संजीव को घटनास्थल पर किसी ने नहीं देखा

अनुसंधानकर्ता ने कहा कि अभिषेक सिंह ने अपने बयान में अपना मोबाइल नंबर नहीं बताया जिस पर फोन आया था। मैंने उनका मोबाइल नंबर नहीं पूछा था जिस पर फोन आया था।

By Edited By: Published: Tue, 07 Jan 2020 03:42 AM (IST)Updated: Tue, 07 Jan 2020 01:49 PM (IST)
Neeraj Singh murder case trial: आइओ ने एफएसएल रिपोर्ट के आधार पर नहीं किया अनुसंधान, संजीव को घटनास्थल पर किसी ने नहीं देखा
Neeraj Singh murder case trial: आइओ ने एफएसएल रिपोर्ट के आधार पर नहीं किया अनुसंधान, संजीव को घटनास्थल पर किसी ने नहीं देखा

धनबाद, जेएनएन। मैंने इस बात का अनुसंधान नहीं किया था कि घटनास्थल से जब्त मोबाइल मृतकों का था या हमलावरों का। किसी गवाह ने यह नहीं बताया कि नीरज सिंह घटना के दिन उक्त मोबाइल का उपयोग कर रहे थे तथा वो मोबाइल नीरज सिंह का था। घटनास्थल से जब्त गुलाबी रंग का तौलिया व सोने की चेन का टुकड़ा मृतकों का था या हमलवारों का यह पता नहीं चला। उपरोक्त बातें सोमवार को नीरज हत्याकांड के अनुसंधानकर्ता निरंजन तिवारी ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश आलोक कुमार दूबे की अदालत में गवाही देते हुए कही ।

loksabha election banner

एफएसएल रिपोर्ट के आधार पर अनुसंधान नही किया : अनुसंधानकर्ता ने अपने बयान में कहा की उन्होंने एफएसएल रिपोर्ट के आधार पर अनुसंधान नहीं किया। आदित्य राज एवं अनिल सिंह, निखिलेश सिंह और राकेश कुमार ने मुझे घटनास्थल नहीं दिखाया और न ही मैं उन्हें कभी घटनास्थल पर ले गया। कोला कुसमा विवाह मंडप से स्टील गेट के बीच के किसी भी व्यक्ति या दुकानदार ने नहीं बताया कि घटना की तिथि व समय पर उन्होंने संजीव सिंह को मोटरसाइकिल से बंदूक लेकर घटनास्थल से आते और जाते देखा था। अनुसंधानकर्ता ने कहा कि अनुसंधान के क्रम में किसी भी गवाह ने घटना के समय या घटना के बाद अभिषेक सिंह को कार लेकर घटनास्थल पर जाते या घटनास्थल पर रुकने एवं नीरज सिंह के बारे में पूछने की बात नहीं बताई थी।

अभिषेक ने मोबाइल नंबर नहीं बताया : अनुसंधानकर्ता ने कहा कि अभिषेक सिंह ने अपने बयान में अपना मोबाइल नंबर नहीं बताया जिस पर फोन आया था। मैंने उनका मोबाइल नंबर नहीं पूछा था जिस पर फोन आया था। आदित्य को नीरज के साथ गाड़ी से जाते देखा, ऐसा किसी गवाह ने नहीं बताया : अनुसंधानकर्ता ने कहा कि किसी गवाह ने नहीं कहा कि 21 मार्च 17 की दोपहर नीरज सिंह के साथ वाहन पर सवार होकर आदित्य राज को रघुकुल से झरिया की ओर जाते देखा था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.