यहां एक किलो दाल व तीन किलो आलू में बनता है 100 बच्चों का खाना, अभिभावकों ने की डीसी से शिकायत Dhanbad News
बाघमारा अंचल के तिलैया स्थित राजकीय उच्च-मध्य विद्यालय में बच्चों की अटेंडेंस में हेराफेरी कर मिड डे मील में घपला किया जा रहा है। अभिभावकों ने डीसी से इसकी शिकायत की है।
धनबाद, जेएनएन। जिले के बाघमारा अंचल के तिलैया स्थित राजकीय उच्च-मध्य विद्यालय में बच्चों की अटेंडेंस में हेराफेरी कर मिड डे मिल (एमडीएम) में अनियमितता किया जा रहा है। इस संबंध में अभिभावकों ने डीसी अमित कुमार से शनिवार को शिकायत की। महादेव टुडू के नेतृत्व में डीसी को सौंपे गए शिकायत पत्र में मांग की गई है कि आदिवासी छात्रों को गुणवत्ता युक्त भोजन हेतु अपने स्तर से हस्तक्षेप कर उचित कार्रवाई करें। हालांकि, इससे पहले जिला शिक्षा विभाग को भी शिकायत की गई थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
क्या है मामला : अभिभावकों ने शिकायत पत्र में कहा है कि तिलैया राजकीय विद्यालय में एमडीएम का संचालन योगमाया कुमारी द्वारा किया जाता है। यहां प्रतिदिन 50-60 बच्चों की उपस्थिति शिक्षिका द्वारा अतिरिक्त बनवाकर राशन में हेराफेरी किया जाता है। स्कूल में हर दिन 80-90 बच्चे आते हैं, जबकि हाजिरी 150 की दिखाई जाती है। संचालक की तरफ से उपस्थिति बढ़ाने के लिए पारा शिक्षकों पर भी दबाव बनाया जाता है।
एक किलो दाल व तीन किलो आलू में 100 बच्चों का खाना : अभिभावकों ने बताया कि विद्यालय में प्रतिदिन एक किलो दाल व तीन किलो आलू में 100 बच्चों को खाना खिलाया जाता है। प्रखंड साधन केंद्र से चावल उठाया जाता है। गांव के राशन दुकानदार से लिया गया आधा राशन ऑटो से उतारकर दूसरे स्कूल में खाना बनाने के नाम पर वापस ले लिया जाता है। राशन दुकान की कॉपी व चढ़ावा पंजी और बच्चों की उपस्थिति पंजी का मिलान कर इसका पता लगाया जा सकता है। रसोईया से भी पूछा जा सकता है। आदिवासी बच्चे भूखे होने के कारण इस भोजन का जैसे-तैसे सेवन करने को मजबूर हैं।