CoronaVirus: संक्रमण फैला तो पता चलने से पहले ही कई लोगों को अपनी चपेट में ले लेगी कोरोना की चौथी लहर
दूरदराज से आने वाले लोगों को शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल अथवा सदर अस्पताल में कोरोना की जांच करानी पड़ रही है। धनबाद में मात्र बलियापुर और गोविंदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना वायरस की जांच की जा रही है।
जागरण संवाददाता, धनबाद: कोरोना वायरस की संभावित चौथी लहर के खतरे को देखते हुए एक ओर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट जारी कर रहा है, तो वहीं दूसरी ओर प्रखंडों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नियमित कोरोना वायरस की जांच नहीं हो रही है। इस वजह से दूरदराज से आने वाले लोगों को शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल अथवा सदर अस्पताल में कोरोना की जांच करानी पड़ रही है। धनबाद में मात्र बलियापुर और गोविंदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना वायरस की जांच की जा रही है, जबकि बाकी प्रखंडों में आने वाले मरीजों की किसी भी प्रकार की जांच नहीं हो रही है।
ऐसे में इस बात की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता है कि अगर कोरोना की चौथी लहर का संक्रमण फैला तो पता चलने से पहले ही यह बीमारी कई लोगों को अपनी चपेट में ले लेगी। इस वजह से स्वास्थ्य विभाग की ओर से अलर्ट जारी करना महज कोरा कागज साबित हो रहा है। जिला महामारी रोग नियंत्रण विभाग के पदाधिकारी डॉक्टर राजकुमार सिंह ने बताया कि सभी प्रखंडों को निर्देशित किया जा रहा है। जिन प्रखंडों में लापरवाही या उदासीनता बरती जा रही है, उसे चिह्नित किया जाएगा।
रविवार को मात्र 23 लोगों की हो पाई कोरोना संक्रमण की जांच: रविवार को पूरे जिले में कोरोना जांच का महज कोरम पूरा किया गया। दिनभर में पूरे जिले में मात्र 23 लोगों की जांच की गई है। शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में पिछले कई दिनों से प्राप्त केमिकल नहीं है। इसके अलावा किट नहीं होने के कारण जांच नहीं हो पा रही है। इस वजह से संताल परगना समेत अन्य जिलों के लगभग 1000 सैंपल अभी भी पेंडिंग में पड़े हुए हैं।
माइक्रोबायोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ सुजीत कुमार तिवारी ने बताया कि कि जरूरी चीजें मांग मुख्यालय से की गई है। सामान आते ही जांच अभियान तेज कर दिया जाएगा। दूसरी ओर सदर अस्पताल में एंटीजन रैपिड किट से आने वाले मरीजों की जांच हो रही है।
6 महीने से बेकार पड़ा है आरटी पीसीआर वाहन: कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से धनबाद को चलंत आरटी पीसीआर वाहन भेजा गया था, लेकिन यह वाहन भी पिछले 6 महीने से सदर अस्पताल परिसर में बेकार पड़ा है। वाहन में केमिकल और किट दोनों मौजूद हैं, लेकिन इसका इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है। इस वजह से सबसे ज्यादा परेशानी वैसे लोगों को हो रही है, जिन्हें बाहर जाना है। कई जगहों पर एंट्री के लिए पिछले 72 घंटे की आरटी पीसीआर जांच रिपोर्ट मांगी जाती है, लेकिन समय पर जांच नहीं हो पाने की वजह से लोगों को परेशानी हो रही है। कई लोगों ने इसकी शिकायत सिविल सर्जन से की है।