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चिकित्सक की मृत्यु, कोराना था या नहीं जांच शुरू

जामाडोबा जोड़ापोखर क्षेत्र में रहने वाले स्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृत्त 72 साल के डॉ. बीके साहनी की मौत शुक्रवार को पीएमसीएच में हो गई। वे पांच मार्च को दिल्ली से धनबाद लौटे थे। शरीर में शुगर बढ़ने पेशाब में संक्रमण व बीपी लो होने की शिकायत के कारण उन्हें परिजनों व स्थानीय लोगों ने दो दिन पहले पाटलिपुत्र नर्सिग होम में भर्ती कराया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 04 Apr 2020 03:30 AM (IST)Updated: Sat, 04 Apr 2020 06:16 AM (IST)
चिकित्सक की मृत्यु, कोराना था या नहीं जांच शुरू
चिकित्सक की मृत्यु, कोराना था या नहीं जांच शुरू

जामाडोबा : जोड़ापोखर क्षेत्र में रहने वाले स्वास्थ्य विभाग से सेवानिवृत्त 72 साल के डॉ. बीके साहनी की मौत शुक्रवार को पीएमसीएच में हो गई। वे पांच मार्च को दिल्ली से धनबाद लौटे थे। शरीर में शुगर बढ़ने, पेशाब में संक्रमण व बीपी लो होने की शिकायत के कारण उन्हें परिजनों व स्थानीय लोगों ने दो दिन पहले पाटलिपुत्र नर्सिग होम में भर्ती कराया। तबीयत ज्यादा खराब होने पर शुक्रवार को पीएमसीएच भेजा गया। वहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। उनके दिल्ली से लौटने की जानकारी पाकर सिविल सर्जन गोपाल दास ने नमूना कोरोना जांच के लिए रिम्स भेजा। रिपोर्ट आने के बाद शव को परिजनों को सौंपा जाएगा।

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स्वास्थ्य विभाग कोरोना के खतरे को देखते हुए अलर्ट है। इसलिए शक की कोई गुंजाइश नहीं रखना चाहता। इसलिए उनके गले से स्वॉब का नमूना लिया गया है। इधर परिजनों ने बताया कि वे अपनी बेटी के पास दिल्ली गए थे। पांच मार्च को दिल्ली से वापस धनबाद आए थे। करीब तीस बरस से उन्हें मधुमेह की शिकायत थी। वे सरकारी डॉक्टर थे। चाईबासा जिले से वे सेवानिवृत्त हुए थे।


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