सिदरी हर्ल के 22 मजदूर पैदल निकल गए अपने गांव आरा
कोरोना वायरस पर नियंत्रण के लिए लॉकडाउन के बीच सिदरी से हर्ल के 22 मजदूरों का एक काफिला शनिवार को सिर पर सामान की गठरी लेकर बिहार के आरा जिले के भुड़चुक गांव पैदल ही निकल गया।
सिदरी : कोरोना वायरस पर नियंत्रण के लिए लॉकडाउन के बीच सिदरी से हर्ल के 22 मजदूरों का एक काफिला शनिवार को सिर पर सामान की गठरी लेकर बिहार के आरा जिले के भुड़चुक गांव पैदल ही निकल गया। सभी मजदूर सिदरी में हर्ल के निर्माणाधीन उर्वरक प्रोजेक्ट में काम कर रहे थे। हर्ल के अधिकृत संवेदक मेसर्स नागार्जुन के अधीन काम कर रहे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 22 मार्च से 21 दिनों के लिए लॉकडाउन की घोषणा के बाद सिदरी में भी प्रोजेक्ट निर्माण का काम रोक दिया गया है। सभी मजदूर 22 मार्च से ही राजेंद्र उच्च विद्यालय के आवासीय शिविर में रह रहे थे। मजदूरों ने बताया कि कोरोना महामारी को लेकर सभी भयभीत हैं। लॉक डाउन के कारण पूरे देश में जल, थल व हवाई मार्ग बंद है। विवश होकर सिदरी में रहनेवाले मजदूरों ने सिदरी से पलायन करना ही उचित समझा और अपने गांव आरा की ओर चल पड़े। मजदूरों ने कहा कि विश्वास है कि सभी 22 मजदूर अपनी एकता की बदौलत एक दिन में आरा जरूर पहुंच जाएगे। पुलिस को मामले की जानकारी नहीं है।