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कोरोना ने खनन विभाग को लगाई अरबों की चपत

लॉकडाउन की वजह से बीसीसीएल अपने उत्पादन व डिस्पैच के पुराने रिकॉर्ड की बराबरी नहीं कर सकी। वित्तीय वर्ष 2019-20 के मुकाबले 2020-21 में पांच मिलियन टन कोयले का उत्पादन व डिस्पैच कम हुआ। जाहिर है कंपनी ने रॉयल्टी मद में भी कम भुगतान किया।

By JagranEdited By: Published: Thu, 08 Apr 2021 09:55 PM (IST)Updated: Thu, 08 Apr 2021 09:55 PM (IST)
कोरोना ने खनन विभाग को लगाई अरबों की चपत
कोरोना ने खनन विभाग को लगाई अरबों की चपत

जागरण संवाददाता, धनबाद : लॉकडाउन की वजह से बीसीसीएल अपने उत्पादन व डिस्पैच के पुराने रिकॉर्ड की बराबरी नहीं कर सकी। वित्तीय वर्ष 2019-20 के मुकाबले 2020-21 में पांच मिलियन टन कोयले का उत्पादन व डिस्पैच कम हुआ। जाहिर है कंपनी ने रॉयल्टी मद में भी कम भुगतान किया। इससे खनन विभाग को रॉयल्टी मद में बीसीसीएल से 250 करोड़ की चपत लगी है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में बीसीसीएल ने कुल 90060.94 लाख रुपये की रॉयल्टी का भुगतान किया है। जबकि वित्तीय वर्ष 2019-20 में यह 1200 करोड़ रुपये से अधिक था। जारी आंकड़ों के मुताबिक खनन विभाग को इस वर्ष कुल 105009.12 लाख रुपये की आय हुई है। इसमें सर्वाधिक 100016.36 लाख रुपये कोयला क्षेत्र से प्राप्त हुआ है। इसमें भी सर्वाधिक बीसीसीएल से प्राप्त हुआ है। कोयला के बाद सर्वाधिक आय पत्थर उद्योग से हुआ है। पत्थर उद्योग से विभाग को 1103.83 लाख रुपये, ईंट व मोरम से 65.90 लाख रुपये रॉयल्टी मिली है। जबकि कार्य विभाग से 2132.42 लाख रुपये की आय हुई है। नीलाम पत्रित बकाया से 112.20 व अन्य मद में 1548.41 करोड़ की आय दर्ज की गई है।

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कोल कंपनियों से हुई आय (लाख रुपये में)

कंपनी कुल आय

बीसीसीएल 90060.94

ईसीएल 4888.90

टाटा स्टील 4559.03

सेल-आइएसपी 507.49 अन्य खनिजों से हुई आय

पत्थर 1103.83

ईंट-मोरम 65.90

कार्य विभाग 2132.42 वर्जन

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कोरोना वायरस के प्रसार की वजह से उद्योगों में मंदी है। इस वजह से कोयला उद्योग से भी उत्पादन-डिस्पैच प्रभावित हुआ है। इसका असर विभाग पर भी पड़ा है। डीएमएफटी फंड पर भी इसका असर पड़ा है। उम्मीद है कि मौजूदा वित्तीय वर्ष में स्थिति सुधरे।

अजीत कुमार, डीएमओ, धनबाद


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