हनुमानजी को लेकर जारी विवाद का हुआ पटाक्षेप, क्रीड़ा भारती ने बताई असली जाति
हनुमानजी ज्ञानगुण सागर हैं। वह संसार में सबका दुख हरते हैं और सबको ज्ञान देते हैं। जो भी भाव से याद करता है और पुकारता है उसी के हनुमानजी हैं। उसी का कल्याण करते हैं।
धनबाद, जेएनएन। राजस्थान विधानसभा चुनाव प्रचार के दाैरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के एक बयान के बाद भगवान हनुमान को लेकर विवाद जारी था। उनके जाति-धर्म को लेकर लगातर बयान दिए जा रहे थे। जातियों के खाने में बंटी हिंदू धर्म की विभिन्न जाति हनुमान पर अपना दावा कर ही रही थी, दूसरे धर्म के लोग भी उन्हें अपना ईष्टदेव बताने में पीछे नहीं थे। इस विवाद के बीच क्रीड़ा भारती ने हनुमानजी की असली जाति बता दी है। इसके बाद विवाद का पटाक्षेप हो जाना चाहिए।
हनुमानजी खिलाड़ी और फौजी, यही उनकी जातिः आरएसएस की शाखा क्रीड़ा भारती का शुक्रवार को धनबाद में तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन शुरू हुआ। इसमें दो हजार से ज्यादा भाग ले रहे प्रतिनिधियों और खिलाड़ियों के सामने मंच पर भगवान हनुमानजी की बड़ी तस्वीर रखी गई थी। उनके सामने क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व क्रिकेटर चेतन चाैहान, आरएसएस के क्षेत्र प्रचारक (बिहार-झारखंड) रामदत्त चक्रधर और धनबाद के मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल ने शीश नवाया को इशारा साफ था। इशारे ही इशारे में हनुमानजी की जाति बता दी। वैसे जाति विवाद में क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के खेल मंत्री चाैहान ने पहले ही बयान दिया था कि हनुमानजी खिलाड़ी थे। यही उनकी जाति है। अधिवेशन में इसपर क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय महामंत्री राज चाैधरी ने मुहर लगा दी। उन्होंने कहा कि क्रीड़ा भारती के हर कार्यक्रम में मंच पर हनुमानजी विराजते हैं। उनकी तस्वीर रखी जाती है। उन्हीं से खिलाड़ी प्रेरणा और ताकत हासिल करते हैं। क्रीड़ा भारती का मानना है कि हनुमानजी विश्व के महानतम खिलाड़ी थे।
हनुमानजी ने भी किया था सर्जिकल स्ट्राइकः चाैधरी ने हनुमानजी की विशेषता बताते हुए कहा कि छलांग लगा समुद्र को पार करने, धरती के एक छोर से दूसरे छोर पर पहाड़ को हवा में ले जाने जैसा खेल खेलने का रिकार्ड किसी और खिलाड़ी के नाम नहीं है। हनुमानजी सबसे अनुशासित और अहिंसक थे। जब तक हनुमानजी को छेड़ा नहीं किया किसी को कुछ नहीं किया। छेड़ा गया तो उन्होंने लंका को जला कर राख कर दिया। एक तरफ वह खिलाड़ी है तो दूसरी तरफ सर्जिकल स्ट्राइक का रिकार्ड भी उन्हीं के नाम जाता है। सीता मैया का पता लगाने लंका पहुंचे तो उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक भी किया। जाहिर है हनुमानजी ने फौजी की भूमिका भी अदा की।
जो भाव से पुकारे उसी के हनुमानजीः अधिवेशन में पधारे देश प्रसिद्ध सुंदर कांड-कथा वाचक प्रदीप भैया का मानना है कि हनुमानजी ज्ञानगुण सागर हैं। वह संसार में सबका दुख हरते हैं और सबको ज्ञान देते हैं। जो भी भाव से याद करता है और पुकारता है उसी के हनुमानजी हैं। उसी का कल्याण करते हैं। प्रदीप भैया दो से छह फरवरी 2019 को देवघर में हनुमान महोत्सव करा रहे हैं। इस महोत्सव के बाबत प्रदीप भैया ने अधिवेशन में उपस्थित आरएसएस के क्षेत्र प्रचारक (बिहार-झारखंड) रामदत्त चक्रधर के साथ विचार-विमर्श किया।