गुरुजी की तरह मुझे भी कोर्ट-कचहरी में उलझाने की साजिश, सोरेन परिवार के रहते BJP की नहीं गलेगी दाल: हेमंत सोरेन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भाजपा पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि जब तक सोरेन परिवार है झारखंड में भाजपा की दाल नहीं गलेगी। झामुमो के 51वें स्थापना दिवस पर हेमंत सोरेन ने कहा कि आज झारखंड में एक युवा आदिवासी मुख्यमंत्री है जिस वजह से भाजपा और परेशान है।
जागरण संवाददाता, धनबाद: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भाजपा और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि जब तक सोरेन परिवार है, झारखंड में भाजपा की दाल नहीं गलेगी। इसी वजह से भाजपा आंदोलनकारी शिबू सोरेन को जीवन भर कोर्ट-कचहरी में उलझाकर रखना चाहती है। गुरूजी को जेल भी भिजवाया लेकिन वे इन बातों से कभी नहीं घबराए। भाजपा की तमाम साजिशों को विफल करते हुए शिबू सोरेन आज यहां मौजूद हैं।
युवा आदिवासी मुख्यमंंत्री से भाजपा परेशान
झामुमो के 51वें स्थापना दिवस पर शनिवार को गोल्फ ग्राउंड में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि आज झारखंड में एक युवा आदिवासी मुख्यमंत्री है, जिस वजह से भाजपा और परेशान है। गुरुजी की तरह मुझे भी कोर्ट-कचहरी में उलझाने की साजिश चल रही है। पहले दिन से ही मेरी सरकार को अस्थिर करने की नाकाम कोशिश जारी है।
भाजपा नहीं चाहती कि एक आदिवासी झारखंड चलाए
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि भाजपा को यह मंजूर ही नहीं है कि कोई आदिवासी-मूलवासी झारखंड को चलाए। तभी तो पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और उसके बाद मुख्यमंत्री बने अर्जुन मुंडा को पांच साल सरकार चलाने नहीं दी। छत्तीसगढ़ी रघुवर दास ने जरूर पांच साल सरकार चलाई। भाजपा ने जब अपने दल के आदिवासी नेताओं को पांच साल सरकार चलाने नहीं दी, तो मुझे कैसे दे सकती है।
विपक्षियों के पेट में हो रहा दर्द
हेमंत ने कहा कि कोविड से निपटकर हमने विकास को जो तीव्र गति दी है, इससे विपक्षियों के पेट में दर्द हो रहा है। हमारी मांगों को असंवैधानिक बताया गया। सरना धर्म कोड, 1932 खतियान लाए तो यूपी, बिहार के लोगों को पेट दर्द हो रहा है। खतियान के खिलाफ कोर्ट जाने वाले 20 लोगों में से एक भाजपा नेता और 19 यूपी, बिहार के लोग हैं। कर्नाटक में भाजपा सरकार ने स्थानीय लोगों को नौकरी में प्राथमिकता दी तो संवैधानिक हो गया। यही काम हमारी सरकार ने किया तो असंवैधानिक हो गया।
सबसे अधिक झारखंडी बाहर मजदूरी करने को विवश
उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र सरकार के पास झारखंड का एक लाख 36 हजार करोड़ रुपये बकाया हैं। यह राशि मांगते हैं तो हमें केंद्र सरकार भीख की तरह कभी 50 तो कभी सौ करोड़ रुपये देती है। पूरी राशि यदि मिल जाए तो विस्थापितों की समस्या का समाधान हो जाएगा। सबसे अधिक झारखंडी बाहर मजदूरी कर रहे हैं और बाहर के लोगों ने झारखंड को चारागाह बनाकर रखा है। सरकारी कर्मियों का भी शोषण किया।
धैर्य रखें सरकारी कर्मी
उन्होंने आगे कहा कि सरकारी कर्मी धैर्य रखें, सरकार आपकी समस्या सुलझाएगी। पारा शिक्षक, आंगनबाड़ी कर्मियों को हमारी सरकार ने हक दिया। पोषण सखियों की समस्या केंद्र सरकार की देन है।
मेरी सरकार इनकी समस्या का भी समाधान करेगी। 20 लाख गरीबों का हरा राशन कार्ड हमने बनाया। सरकार हमें एफसीआइ से राशन नहीं दे रही है। बाजार दर पर चावल खरीदकर गरीबों को दे रहे हैं।
केंद्र नहीं बुझा पाया भूमिगत आग
झरिया अग्निप्रभावित क्षेत्र पर उन्होने कहा कि धनबाद की भूमिगत आग को केंद्र सरकार आज तक बुझा नहीं सकी है। बूढ़ा पहाड़ की चर्चा करते हुए उन्होने कहा कि 40 साल से वहां कोई बाहरी आदमी दहशत के कारण नहीं गया था। मैं वहां गया। बूढ़ा पहाड़ के घर-घर विकास की रोशनी पहुंचेगी।