महागठबंधन में भाव नहीं मिलने से वाम मोर्चा नाराज, 14 में एक सीट पर है दावेदारी
एमसीसी अध्यक्ष आनंद महतो का कहना है कि भाजपा को हराने के लिए कुछ भी करेंगे। अंतर बस यह रहेगा कि हम बाहर से समर्थन करेंगे या साथ रहकर।
धनबाद, जेएनएन। महागठबंधन में शामिल कम्यूनिस्ट पार्टियों को झारखंड की 14 में एक भी सीट नहीं दी जा रही। इससे साम्यवादियों में काफी आक्रोश है। ताजा हालात पर विचार करने के लिए कम्यूनिस्ट पार्टियां 15 को रांची में बैठक करने जा रही हैं। इसमें ही तय होगा कि वे महागठबंधन में शामिल रहेंगे या अपने प्रभाव वाले क्षेत्र में प्रत्याशी देंगे। इससे पहले मासस केंद्रीय समिति की बैठक 14 को बोकारो कार्यालय में होने जा रही है। कम्यूनिस्ट पार्टियों का मानना है कि उन्हें कम से कम एक सीट तो मिलना ही चाहिए था। वाम मोर्चा के प्रमुख घटक माक्र्सवादी समन्वय समिति के अध्यक्ष आनंद महतो ने बताया कि फार्मूला के मुताबिक जीती हुई सीट और दूसरे स्थान पर रहे सीट संबंधित दलों को दिया जाना था। इस लिहाज से कोडरमा सीट हर हाल में लाल झंडे को मिलना चाहिए था। वहां से भाकपा माले के राजकुमार यादव दूसरे स्थान पर रहे थे।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का झुकाव बाबूलाल मरांडी के जेवीएम की ओर है। हालांकि उनके ही दल के फुरकान अंसारी गोड्डा सीट पर वीटो लगाए हुए हैं। देखना होगा कि फुरकान उस सीट पर मानते हैं या नहीं। नहीं मानेंगे तब गोड्डा सीट जेवीएम को मिलेगा। ऐसे में हम फिर कोडरमा की मांग करेंगे। बाबूलाल का प्रदर्शन वहां संतोषजनक नहीं रहा था। हालांकि इस सवाल पर कि क्या वे महागठबंधन से अलग होंगे। महतो का कहना था कि भाजपा को हराने के लिए कुछ भी करेंगे। अंतर बस यह रहेगा कि हम बाहर से समर्थन करेंगे या साथ रहकर।