बीसीसीएल की मुनीडीह वाशरी में ट्राली से दबकर खनिक की माैत, प्रबंधन के खिलाफ आक्रोश Dhanbad News
कामेश्वर साव हुक मैन के पद पर कार्यरत था। वह बगल की खदान में कार्यरत था। वहां से स्थानांतरण होकर मुनीडीह वाशरी आया था। संयोग से साव का मुनीडीह वाशरी में पहला दिन था।
धनबाद, जेएनएन। बीसीसीएल की मुनीडीह वाशरी में प्रबंधन की लापरवाही के कारण सोमवार की शाम 52 वर्षीय कोयला मजदूर कामेश्वर साव की दर्दनाक माैत हो गई। इस घटना के बाद वाशरी और साव के घर में मातम पसर गया।
साव हुक मैन के पद पर कार्यरत था। वह बगल की खदान में कार्यरत था। वहां से स्थानांतरण होकर मुनीडीह वाशरी आया था। संयोग से साव का मुनीडीह वाशरी में पहला दिन था। हुक लगाने के दाैरान कोयला ट्राली की चपेट में आकर उसकी माैत हो गई। घटना शाम करीब सात बजे घटी। दुर्गा पूजा के माैके पर वाशरी में छुट्टी थी। लेकिन, प्रबंधन के बुलाने पर अपना फर्ज निभाते हुए कामेश्वर कार्य पर तैनात था। उसके साथ पांच अन्य मजदूर भी थे। वाशरी से ट्राली पर लोड कोयला बाहर आया। अभी हुक निकाला ही जा रहा था कि ऊपर की एक ट्राली कामेश्वर पर गिर पड़ी। घटनास्थल पर ही साव की मृत्यु हो गई। यह देख साव के साथ कार्यरत मजदूर हतप्रभ रह गए। प्रबंधन को सूचना दी। सूचना मिलते ही पुटकी पुलिस भी पहुंच गई।
मजदूर संगठनों ने घटना के लिए प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया है। उनका कहना है कि बार-बार ध्यान दिलाने के बावजूद प्रबंधन खदानों का आधुनिकीकरण नहीं कर रहा है। पुरानी तकनीक और यंत्रों का ही खनन में इस्तेमाल किया जा रहा है। नई तकनीक की ट्राली लगाई गई रहती तो दुर्घटना न घटती। इसे लेकर कोयला मजदूरों में प्रबंधन के खिलाफ आक्रोश देखा जा रहा है।