कोयले की कमी से जूझ रहे पावर प्लांट, बरसात में गहराएगा बिजली संकट Dhanbad News
बीसीसीएल के अनुसार मौजूदा समय में कोडरमा में नौ व धनबाद से सटे पश्चिम बंगाल के रघुनाथपुर थर्मल पॉवर में आठ दिन का कोयला स्टॉक बचा है।
धनबाद, जेएनएन। मानसून की शुरुआत हो चुकी है। कोल इंडिया की कोयला उत्पादन करने वाली कंपनियों में कोयला उत्पादन व डिस्पैच करने का दबाव बढ़ा है। कोल मंत्रालय लगातार पॉवर प्लांटों को प्राप्त कोयला डिस्पैच करने का आदेश दे रहा है। बीसीसीएल का उत्पादन व डिस्पैच में भारी कमी आई है। बारिश के मौसम में पॉवर प्लांटों में भी कोयला स्टॉक को लेकर चिंता रहती है। मौजूदा समय में कोडरमा में नौ व धनबाद से सटे पश्चिम बंगाल के रघुनाथपुर थर्मल पॉवर में आठ दिन का कोयला स्टॉक बचा है। यह आंकड़ा बीसीसीएल कार्यालय में प्राप्त हुआ है।
सबसे अधिक दिनों का कोयला का स्टॉक वारिया पॉवर प्लांट में 66 दिन का है। कोल सचिव, संयुक्त सचिव, पॉवर प्लांट, स्टील सेक्टर व रेल के प्रतिनिधि लगातार कोयला डिस्पैच में गति लाने को लेकर समीक्षा कर रहे हैं। उसके बाद भी स्थिति में सुधार नहीं दिख रहा है।
18 रैक कोयले की हो रही सप्लाई : बीसीसीएल से 18 रैक कोयले की सप्लाई पॉवर प्लांट को हो रही है। इसमें डीवीसी को पांच से छह व एनटीपी सहित अन्य पावर प्लांट को कोयला भेजा रहा है, जबकि कोल मंत्रालय लगातार 23 रैक कोयला सप्लाई करने का आदेश दे रहा है।
लगातार गिर रहा उत्पादन : बीसीसीएल का उत्पादन में लगातार गिरावट आ रही है। प्रतिदिन 94 हजार टन कोयला उत्पादन करने का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन मौजूदा समय में करीब 60 हजार टन कोयला उत्पादन हो रहा है।
शहरवासी परेशान : बिजली की स्थिति से शहर के लोग परेशान है। दिन में सात से आठ घंटे ही बिजली रहती है। वह भी लगातार नहीं रहती है। बिजली व्यवस्था सुचारू करने की मांग लगातार जारी है, पर व्यवस्था में किसी तरह की सुधार नहीं हो रही है।
कहां कितना कोयला का स्टॉक
- कोडरमा - 9 दिन
- दुर्गापुर - 12 दिन
- बोकारो - 22 दिन
- वारिया - 66 दिन
- चंद्रपुरा - 62 दिन
- मेजिया - 12 दिन
- रघुनाथपुर - 8 दिन