सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस कुरियन जोसेफ जामाडोबा खदान में उतरे
टाटं स्टील की की जामाडोबा खदान देखने जस्टिस कुरियन जोसेफ खदान में उतरे। उन्होंने खदान में काम करनेवाले मजदूरों की कार्यप्रणाली को भी गौर से देखा। उनके साथ उनकी धर्मपत्नी भी थीं।
जामाडोबा : टाटा स्टील झरिया डिवीजन के जामाडोबा 6/7 पिट्स कोलियरी में देश की प्रथम मैन राइ¨डग रोपवे से लैस खदान को देखने रविवार को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश कुरियन जोसफ व उनकी पत्नी मिस जोसफ पहुंचे। उन्हें खदान में जाने से पहले कोलियरी के प्रबंधक बसंत ¨सह ने प्रोजेक्टर के माध्यम से खदान में काम करनेवाले मजदूरों की सुरक्षा के लिए इस्तेमाल किए जानेवाले उपकरणों की जानकारी दी। न्यायाधीश के साथ खदान देखने झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश ए बोस, न्यायधीश डीएन पटेल, एससी मिश्रा, जिला न्यायाधीश रंजीत चौधरी आदि थे। खदान पहुंचने के बाद देश में पहली बार टाटा कोलियरी में स्थापित मेन राइ¨डग रोपवे से पांच किलोमीटर का सफर तय कर मजदूर के कार्यस्थल को देखा। आधुनिक रोपवे की शुरुआत टाटा कंपनी ने मजदूरों को होनेवाली कठिनाइयों को देखकर की है। मजदूरों को अपने कार्य स्थल तक जाने में पहले काफी समय लगता था। सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के आने की सूचना पर जामाडोबा में सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई थी।
झरिया इंदिरा चौक से लेकर जामाडोबा, जोरापोखर क्षेत्र में चारों तरफ पुलिस का पहरा था। जोरापोखर थाना प्रभारी सत्यम कुमार स्वयं गश्ती में थे। जामाडोबा कोलियरी परिषर में उपायुक्त ए दोड्डे, एसएसपी मनोज रतन चौथे, अनुमंडलाधिकारी राज महेश्वरम, एडीएम विधि व्यवस्था, सिटी एसपी पीयूष पांडेय, ग्रामीण एसपी आशुतोष शेखर, ¨सदरी के डीएसपी प्रमोद केशरी आदि दल बल के साथ मौजूद थे।