धनबाद में कोयले की लूट की छूट पर चुप नहीं बैठेंगे कोल इंडिया चेयरमैन, अब ऊपर तक जाएगी बात
Coal India Chairman Pramod Agarwal कोल इंडिया चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल ने कहा है कि कोयले की चोरी से कंपनी के साथ सरकार को भी राजस्व का नुकसान हो रहा। ठोस नीति बनाकर ही चोरी रोक सकते हैं। यह एक गंभीर समस्या बन गई है। झारखंड सरकार से बात की जाएगी।
जागरण संवाददाता, धनबाद। इन दिनों धनबाद कोयलांचल में बड़े पैमाने पर कोयले की चोरी हो रही है। एक तरह से कोयले की चोरी यहां बड़ा उद्योग बन गया है। कोयले की चोरी के प्रति पुलिस-प्रशासन की आंख बंद है। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी इस मुद्दे को उठा चुके हैं। धनबाद के सांसद पीएन सिंह ने भी कोयला चोरी के मुद्दे पर खुलकर राय प्रकट की है। गिरिडीह के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी कोयले की चोरी को रोहने के लिए वह सब कर रहे हैं जो पुलिस को करनी चाहिए। खुद कोयले के अवैध डिपो पर छापा मार रहे हैं। इस बीच कोल इंडिया ( Coal India) के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल ( IAS Officer) ने बड़ी बात कह दी है। उन्होंने कहा है कि इस मुद्दे पर झारखंड सरकार से बात की जाएगी।
प्राथमिकता के आधार पर पुनर्वास पर जोर
कोल इंडिया चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल ने शुक्रवार का धनबाद दाैरे पर थे। उन्होंने कोयला नगर गेस्ट हाउस में धनबाद के डीसी संदीप सिंह से कोयला नगर गेस्ट हाउस में बैठक की। दोनों के बीच झरिया मास्टर प्लान पर चर्चा हुई। कहा गया कि मास्टर प्लान का मामला फिलहाल पीएमओ की गठित कमेटी के पास है। जबतक वहां से निर्णय नहीं हो जाता, तब तक स्थिति पर नजर रखनी होगी। जानमाल की क्षति न हो इस पर ध्यान देने की जरूरत है। चेयरमैन ने कहा कि प्राथमिकता के आधार पर लोगों को सुरक्षित स्थान पर जल्द शिफ्ट करें। मौके पर बीसीसीएल सीएमडी समीरन दत्ता, तकनीकी निदेशक चंचल गोस्वामी, सीवीओ कुमार अनिमेष, ईडी एमके सिंह आदि थे।
कोयले की चोरी से राजस्व का नुकसान
मीडिया से बातचीत करते हुए चेयरमैन ने कहा कि कोयला चोरी गंभीर समस्या है। धनबाद में भी ये हो रही है। इस मुद्दे पर राज्य सरकार के साथ बात करेंगे। चोरी रोकने को हम मिलकर काम करेंगे। यह बात कोल इंडिया चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल ने शुक्रवार को धनबाद आगमन पर कही। उन्होंने कहा कि कोयला चोरी से कंपनी के साथ सरकार को भी राजस्व का नुकसान हो रहा। ठोस नीति बनाकर ही चोरी रोक सकते हैं। कहा कि कोयला आयात कम करने को कोल इंडिया तत्पर है। कोयला मंत्रालय ने 2025 तक कोल इंडिया को एक बिलियन टन कोयला उत्पादन करने का लक्ष्य दिया है। पहले यह समय 2023-24 था। 2019-20 व 2020-21 में कोरोना के कारण कंपनी की स्थिति पर असर पड़ा है। हमें 20 फीसद ग्रोथ चाहिए, जो कंपनी नहीं पा सकी है। कोल इंडिया चेयरमैन ने संकेत दिया कि जल्द कोयले के दाम बढ़ेंगे। स्टेेक होल्डर से राय मशविरा ले रहे हैं।