BCCL-ECL का उत्पादन ग्रोथ संतोषजनक नहीं, कोयला सचिव से मिला 100 मिलिटन टन का लक्ष्य Dhanbad News
धनबाद देश में कोयला आयात को कम करने के लिए सभी कोयला कंपनियों को उत्पादन बढ़ाने की जरूरत है।
धनबाद, जेएनएन। देश में कोयला आयात को कम करने के लिए सभी कोयला कंपनियों को उत्पादन बढ़ाने की जरूरत है। गत वर्ष एक लाख 44 हजार करोड़ रुपये का कोयला आयात किया गया। इससे कोयला मंत्रालय तक की नींद हराम हो गई है। 251 मिलियन टन कोयला का आयात किया गया, इसमें करीब 51 मिलियन कोकिंग कोल है। कोकिंग कोल उत्पादन करने वाली कंपनी बीसीसीएल आवश्यकतानुसार पूर्ति नहीं कर पा रही है। बीसीसीएल को भी कोकिंग कोल उत्पादन में बढ़ोतरी का लगातार दबाव मंत्रालय की ओर से दिया जा रहा है।
नवनियुक्त कोयला सचिव अनिल कुमार जैन ने कोल इंडिया मुख्यालय दौरा के क्रम सभी कोयला कंपनियों की स्थिति के बारे में विस्तार से जाना। कहा कि देश में कोयला की जरूरत काफी बढ़ गई है। उन्होंने कहा कि ईसीएल व बीसीसीएल अपने कोयला उत्पादन क्षमता में बढ़ोतरी करते हुए सौ मिलियन टन कोयला उत्पादन करने वाली कंपनी की श्रेणी में खड़ा करें। काफी स्कॉप है। संसाधन की आवश्यकता को पूरा किया जाएगा। दोनों ही कंपनी को कोल ब्लॉक का भी आवंटन किया गया है।
मालूम हो कि ईसीएल को चालू वित्तीय वर्ष में 53.5 मिलियन टन व बीसीसीएल को 36.5 मिलियन टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य दिया गया है। दोनों ही कंपनी की उत्पादन ग्रोथ मौजूदा समय में संतोषजनक नहीं है। कोयला सचिव ने कहा कि ईसीएल की राजमहल परियोजना 11 मिलियन टन कोयला सालना उत्पादन करती है। इसे बढ़ाकर 20 मिलियन टन कोयला उत्पादन करें।