Coal king Suresh Singh murder case: धनबाद क्लब में सैकड़ों के बीच हुई थी हत्या, मैनेजर ने गोली चलाते किसी को नहीं देखा
अधिवक्ता अनूप कुमार सिन्हा तथा अभय कुमार सिन्हा द्वारा पूछे जाने पर रजत ने कहा कि हत्या किसने और क्यों की इसकी व्यक्तिगत जानकारी उसको नहीं है। किसी को गोली चलाते भी नहीं देखा।
धनबाद, जेएनएन। सात दिसंबर 11 की रात धनबाद क्लब में नूनू सिंह के पुत्र की रिसेप्शन पार्टी चल रही थी। मैैं व्यवस्था में लगा था, वहां काफी भीड़ थी। इसी बीच हल्ला हुआ कि सुरेश सिंह की हत्या हो गई। भगदड़ मच गई थी। थोड़ी देर में वहां पुलिस पहुंची रसोई के पीछे से एक जैकेट बरामद किया। जब्ती सूची बनी जिस पर मैंने हस्ताक्षर किया था। ये बातें बुधवार को धनबाद क्लब के तत्कालीन मैनेजर रजत कुमार मुखर्जी ने कोर्ट को दिए बयान में कही।
वहीं प्रतिपरीक्षण के दौरान बचाव पक्ष के अधिवक्ता अनूप कुमार सिन्हा तथा अभय कुमार सिन्हा द्वारा पूछे जाने पर रजत ने कहा कि हत्या किसने और क्यों की, इसकी व्यक्तिगत जानकारी उसको नहीं है। उसने किसी को हत्या करते या गोली चलाते भी नहीं देखा और किसी को दौड़ते भागते भी नहीं देखा। जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरविंद पांडे की अदालत ने अपर लोक अभियोजक अनिल कुमार झा को गवाह पेश करने का आदेश देते हुए अगली तारीख निर्धारित कर दी है।
रिसेप्शन पार्टी में कांग्रेस नेता और कोल किंग के नाम से विख्यात सुरेश सिंह को सैड़कों के बीच गोली मार दी गई थी। गोली लगने के बाद सुरेश सिंह की माैत हो गई। गोली मारने का आरोप झरिया की तत्कालीन विधायक कुंती सिंह के भतीजे शिश सिंह पर लगा। मृतक सुरेश के पिता तेजनारायण सिंह की शिकायत पर शशि सिंह, संजीव सिंह, रामधीर सिंह के खिलाफ प्राथमिकी धनबाद थाना में दर्ज हुई थी।