संघ प्रमुख के सामने खेल की पिच पर मुख्यमंत्री ने की राजनीतिक बल्लेबाजी
मुख्यमंत्री ने राजनीतिक लाइन पकड़ी। विस्फोटक बल्लेबाज की तरह शुरूआत में ही आरएसएस के विरोधियों पर जोरदार हमला बोला।
By mritunjayEdited By: Published: Sun, 30 Dec 2018 10:05 PM (IST)Updated: Mon, 31 Dec 2018 10:19 AM (IST)
धनबाद, मृत्युंजय पाठक। पारा शिक्षकों के विरोध और भाजपा विधायक ढुलू महतो पर व्यवसायियों के आरोपों के बीच दो दिन से धनबाद में उपस्थित आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से रविवार को मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भेंट की। राजकमल विद्या मंदिर के अतिथि गृह के बंद कमरे में संघ प्रमुख से मुख्यमंत्री ने करीब 15 मिनट तक वार्ता की। किस विषय पर बातें हुईं, यह तो दोनों ही जाने लेकिन इतना तय है कि बातचीत का एक केंद्र झारखंड सरकार के काम-काज होंगे। हालांकि सार्वजनिक मौका मिलते ही संघ प्रमुख की नजरों में अपना नंबर बढ़ाने के लिए खेल के पिच पर मुख्यमंत्री ने धुआंधार राजनीतिक बल्लेबाजी कर डाली।
मोहन भागवत के साथ राज्पाल और मुख्यमंत्री ने अलग-अलग की गुफ्तगूः क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय अधिवेशन में भाग लेने के लिए संघ प्रमुख दो दिन से धनबाद में थे। शनिवार सुबह उनके आने से पहले ही स्थायीकरण और वेतमान में वृद्धि की मांग को लेकर आंदोलनरत पारा शिक्षकों ने विरोध की घोषणा कर रखी थी। इससे पुलिस-प्रशासन परेशान था। वहीं इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बीएन सिंह ने लोडिंग के नाम पर रंगदारी वसूलने के मामले से संघ प्रमुख को अवगत कराया। भागवत ने इससे पहले पहले सेंट जेवियर्स स्कूल में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से बंद करने में गुफ्तगू की। इसके बाद मुख्यमंत्री ने भी संघ प्रमुख के साथ मुलाकात की।
आरएसएस के विरोधियों पर रघुवर ने बोला जोरदार हमलाः संघ प्रमुख के सामने सार्वजनिक रूप से भाजपा और भाजपा सरकार में शीर्ष पदों पर बैठने वाले कम ही बोलते हैं। लेकिन, मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रविवार को मौके का फायदा उठाया। मौका था मेगा स्पोर्ट्स स्टेडियम में क्रीड़ा भारती के समापन समारोह का। मंच गैर राजनीतिक था और यहां सिर्फ खेल की ही बातें होनी थी। लेकिन मुख्यमंत्री ने राजनीतिक लाइन पकड़ी। विस्फोटक बल्लेबाज की तरह शुरूआत में ही आरएसएस के विरोधियों पर जोरदार हमला बोला। कहा कि सत्ताकांक्षी और हताश राजनीतिक दल ही आरएसएस का विरोध करते हैं। अनाप-शनाप बयान देते रहते हैं। संघ ही एक मात्र गैर राजनीतिक संगठन है जो नि:स्वार्थ और समभाव से राष्ट्रहित में काम कर रहा है।
अधूरे मेगा स्पोर्ट्स कांपलेक्स को राष्ट्रीय स्तर का बनाने को खर्च होंगे 4 करोड़ः स्टेडियम में बने मंच से खड़े होकर मुख्यमंत्री संबोधित कर रहे थे वह एक दशक से अधूरा पड़ा है। इसे झारखंड की कार्यसंस्कृति बताकर सरकार की खिंचाई होती रहती है। मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे को भी लपकते हुए धनबाद की जनता का दिल जीतने की कोशिश की। उन्होंने अधूरे मेगा स्पोर्ट्स कांपलेक्स को राष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम बनाने की घोषणा की। इसके लिए चार करोड़ रुपये देने का एलान किया। संघ प्रमुख के सामने मुख्यमंत्री ने खेल को बढ़ावा देने के लिए अपने सरकार के कार्यों की उपलब्धियां भी गिनाईं। कहा कि खेल और खिलाडिय़ों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार तीरंदाजी, फुटबॉल, हॉकी और एथलीट खेलों के लिए सेंटर आफ एक्सीलेंस खोलने जा रही है। यह रांची और देवघर में खुलेगा। इसमें 16 से 22 वर्ष के बालक-बालिकाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रत्येक एक्सलेंस सेंटर में 32-32 खिलाड़ी होंगे।
हर पंचायत में 20 लाख की लागत से बनेगा खेल मैदानः आगामी बजट में सरकार ने 44 सौ पंचायतों में खेल मैदान निर्माण करने का निर्णय लिया है। प्रत्येक पंचायत में 20 लाख की लागत से खेल मैदान बनेगा। नए वर्ष में खेल महाकुंभ का आयोजन करने पर सरकार विचार कर रही है। कोल इंडिया के सहयोग से सरकार रांची स्थित खेल गांव में खेल एकेडमी चला रही है जिसमें राज्य भर से चयनित बच्चों विभिन्न खेलों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
मोहन भागवत के साथ राज्पाल और मुख्यमंत्री ने अलग-अलग की गुफ्तगूः क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय अधिवेशन में भाग लेने के लिए संघ प्रमुख दो दिन से धनबाद में थे। शनिवार सुबह उनके आने से पहले ही स्थायीकरण और वेतमान में वृद्धि की मांग को लेकर आंदोलनरत पारा शिक्षकों ने विरोध की घोषणा कर रखी थी। इससे पुलिस-प्रशासन परेशान था। वहीं इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बीएन सिंह ने लोडिंग के नाम पर रंगदारी वसूलने के मामले से संघ प्रमुख को अवगत कराया। भागवत ने इससे पहले पहले सेंट जेवियर्स स्कूल में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से बंद करने में गुफ्तगू की। इसके बाद मुख्यमंत्री ने भी संघ प्रमुख के साथ मुलाकात की।
आरएसएस के विरोधियों पर रघुवर ने बोला जोरदार हमलाः संघ प्रमुख के सामने सार्वजनिक रूप से भाजपा और भाजपा सरकार में शीर्ष पदों पर बैठने वाले कम ही बोलते हैं। लेकिन, मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रविवार को मौके का फायदा उठाया। मौका था मेगा स्पोर्ट्स स्टेडियम में क्रीड़ा भारती के समापन समारोह का। मंच गैर राजनीतिक था और यहां सिर्फ खेल की ही बातें होनी थी। लेकिन मुख्यमंत्री ने राजनीतिक लाइन पकड़ी। विस्फोटक बल्लेबाज की तरह शुरूआत में ही आरएसएस के विरोधियों पर जोरदार हमला बोला। कहा कि सत्ताकांक्षी और हताश राजनीतिक दल ही आरएसएस का विरोध करते हैं। अनाप-शनाप बयान देते रहते हैं। संघ ही एक मात्र गैर राजनीतिक संगठन है जो नि:स्वार्थ और समभाव से राष्ट्रहित में काम कर रहा है।
अधूरे मेगा स्पोर्ट्स कांपलेक्स को राष्ट्रीय स्तर का बनाने को खर्च होंगे 4 करोड़ः स्टेडियम में बने मंच से खड़े होकर मुख्यमंत्री संबोधित कर रहे थे वह एक दशक से अधूरा पड़ा है। इसे झारखंड की कार्यसंस्कृति बताकर सरकार की खिंचाई होती रहती है। मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे को भी लपकते हुए धनबाद की जनता का दिल जीतने की कोशिश की। उन्होंने अधूरे मेगा स्पोर्ट्स कांपलेक्स को राष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम बनाने की घोषणा की। इसके लिए चार करोड़ रुपये देने का एलान किया। संघ प्रमुख के सामने मुख्यमंत्री ने खेल को बढ़ावा देने के लिए अपने सरकार के कार्यों की उपलब्धियां भी गिनाईं। कहा कि खेल और खिलाडिय़ों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार तीरंदाजी, फुटबॉल, हॉकी और एथलीट खेलों के लिए सेंटर आफ एक्सीलेंस खोलने जा रही है। यह रांची और देवघर में खुलेगा। इसमें 16 से 22 वर्ष के बालक-बालिकाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रत्येक एक्सलेंस सेंटर में 32-32 खिलाड़ी होंगे।
हर पंचायत में 20 लाख की लागत से बनेगा खेल मैदानः आगामी बजट में सरकार ने 44 सौ पंचायतों में खेल मैदान निर्माण करने का निर्णय लिया है। प्रत्येक पंचायत में 20 लाख की लागत से खेल मैदान बनेगा। नए वर्ष में खेल महाकुंभ का आयोजन करने पर सरकार विचार कर रही है। कोल इंडिया के सहयोग से सरकार रांची स्थित खेल गांव में खेल एकेडमी चला रही है जिसमें राज्य भर से चयनित बच्चों विभिन्न खेलों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
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