Move to Jagran APP

मुख्यमंत्री का 'आशीर्वाद' लेने नहीं पहुंचे किसान, ग्रामसभा की औपचारिकता निभाई

जानकारी के अभाव में कई जगह ग्रामसभा में तालाब-डोभा पर ही चर्चा कर व कंबल वितरण कर कार्यक्रम की इतिश्री कर ली गई। हरिहरपुर में बैठक तो डोभा और तालाब निर्माण पर चर्चा की गई।

By Edited By: Published: Mon, 21 Jan 2019 11:09 PM (IST)Updated: Tue, 22 Jan 2019 11:56 AM (IST)
मुख्यमंत्री का 'आशीर्वाद' लेने नहीं पहुंचे किसान, ग्रामसभा की औपचारिकता निभाई
मुख्यमंत्री का 'आशीर्वाद' लेने नहीं पहुंचे किसान, ग्रामसभा की औपचारिकता निभाई
धनबाद, जेएनएन। मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना को लेकर सोमवार को जिले के राजस्व गांवों में ग्राम सभा कर रैयत समन्वय समितियों का गठन किया गया। हालांकि व्यापक प्रचार-प्रसार व प्रशासनिक स्तर पर अधूरी तैयारी के कारण कई जगह ग्रामसभा नहीं हो सकी। कुछ स्थानों पर आमसभा हुई भी तो कमेटी का गठन नहीं किया जा सका। कई जगहों पर लोगों के उपस्थित नहीं हो पाने या कम उपस्थिति के कारण ग्राम सभा नहीं हो पाई है।
जानकारी के अभाव में कई जगह ग्रामसभा में तालाब-डोभा पर ही चर्चा कर व कंबल वितरण कर कार्यक्रम की इतिश्री कर ली गई। मसलन हरिहरपुर में बैठक तो हुई, लेकिन यहां डोभा और तालाब निर्माण पर चर्चा की गई। कुछ जगहों पर तो किसानों को ग्राम सभा की सूचना ही नहीं मिल पाई थी। ग्रामसभाओं का जायजा लेने निकले उपायुक्त शाम को उपायुक्त को भी इस स्थिति की जानकारी मिली। बाद में उन्होंने प्रेस वार्ता कर इसे स्वीकार भी किया। हालांकि अपर उपायुक्त सत्येंद्र कुमार ने बाद में जिले भर में ग्रामसभा संपन्न करने का दावा किया। पंचायत सेवक बैठे रहे, मुखिया ने ग्रामीणों को बुलाया : दोपहर लगभग एक बज रहा था। दामोदरपुर सचिवालय के सामने पंचायत सेवक अवधेश प्रसाद गुप्ता अपनी कुर्सी लगाकर बैठे हुए थे। पंचायत भवन के अंदर सभा हॉल में एक-दो लोग मौजूद थे। थोड़ी देर बाद मुखिया हीरालाल पंचायत सचिवालय पहुंचे। पूछने पर पता चला कि वे लोगों को ग्राम सभा के लिए आमंत्रित करने गए थे। मुखिया ने बताया कि लोग कुछ देर में आएंगे। दोपहर करीब दो बजे लोगों का आना हुआ। बैठक हुई और मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना के तहत बैठक आयोजित की गई।
इन प्रखंडों के सभी गांवों में हुई ग्राम सभा : जिला के बलियापुर प्रखंड के सभी 69 राजस्व गांवों में ग्राम सभा आयोजित की गई और समिति का गठन किया गया। इस प्रखंड की निगरानी उपविकास आयुक्त शशि रंजन कर रहे थे। इसी प्रकार से निरसा के 129 गांव, टुंडी के 206, पूर्वी टुंडी के 84, गोविंदपुर के 225 गांवों में सभाएं आयोजित की गई। इसके अलावा भीमकनाली, तेतुलमारी, महुदा, तोपचांची आदि क्षेत्रों में सभाएं कर कमेटी गठित की गई।
एगयारकुंड के दो गांवों में नहीं हुई बैठक : एग्यारकुंड प्रखंड के 35 राजस्व गांवों में से दो में ग्राम सभा नहीं हो सकी। कलियासोल प्रखंड के सभी 46 गांवों में ग्राम सभा आयोजित की गई। एग्यारकुंड में सभा नहीं होने का कारण लोगों का उपस्थित नहीं होना बताया गया। निचितपुर क्षेत्र में ग्रामीणों की कम रही उपस्थिति : बौआकला उत्तर पंचायत के बड़की बौआ तथा रेंगुनी पंचायत के बांसमुंड़ी गांव में ग्राम सभा हुई। यहां पर ग्रामीणों की संख्या काफी कम थी। इस कारण रैयत समन्वय समिति का गठन नहीं किया गया।
राजगंज क्षेत्र के गांवों में नहीं बन पाई सहमति : राजगंज क्षेत्र के गांवों में आम सभा हुई, लेकिन सहमति नहीं बन पायी। किसानों को सही समय पर बैठक की जानकारी नहीं मिल पायी थी। महज 50 फीसद गांव में ही समिति का गठन हो पाया। दलूडीह पंचायत के लाठाटांड़, राजगंज पंचायत, धावाचिता, दलूडीह, बगदाहा शामिल है। धावाचिता पंचायत के छह गांव में से केवल तीन में समिति का गठन हुआ। दलूडीह पंचायत के चार गांव में बैठक नहीं हो सकी। झींझीपहाड़ी में भी नहीं हो सकी ग्राम सभा झींझीपहाड़ी में ग्राम सभा नहीं हो सकी है। प्रभारी मुखिया अमलेश कुमार ने बताया कि योजना से संबंधित कोई पत्र उन्हें प्राप्त नहीं हुआ है। न ही किसी कृषि मित्र ने उनसे संपर्क किया। यहां केवल एक राजस्व ग्राम है।
गोमो के पंचायतों में डोभा और तालाब पर हुई चर्चा : पंचायतों में रैयत समन्वय समिति गठन के लिए ग्राम सभा तो हुई, लेकिन कमेटी का गठन नहीं हो सका। हरिहरपुर पंचायत में बैठक के बाद तालाब और डोभा निर्माण पर चर्चा की गई। उसके बाद कंबल वितरण कर सभा समाप्त कर दी गई।
पुटकी के गंसाडीह गांव में नहीं पहुंचीं पर्यवेक्षिका : धनबाद प्रखंड अंतर्गत सियालगुदड़ी पंचायत सचिवालय में मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना के अंतर्गत आम सभा का आयोजन किया गया। पेटिया पंचायत केपाच राजस्व गावों में से सिर्फ चार गावों में समिति का गठन किया गया है। एक गाव गंसाडीह में पर्यवेक्षक मुगली हांसदा के नहीं पहुंचने के कारण समिति का गठन नहीं किया जा सका है। सिजुआ में अधूरी रही समिति गठन की प्रक्रिया : बाघमारा प्रखंड के मालकेरा उत्तर के एकमात्र राजस्व गांव में समिति गठन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी। ग्राम सभा में एक ही जाति के लोगों की उपस्थिति के कारण समिति गठन नहीं हो सकी। कुमारजोरी पंचायत के चैनपुर, पतराकुल्ही, सवालडीह, देवग्राम, डोमागढ़ा और वैद्यनवाडीह में कमेटी गठित की गई। कुमारजोरी में यह काम अधूरा रह गया।
राजस्व गांवों की स्थिति
धनबाद जिला
कुल गांव -1263
कर्मचारी नियुक्त - 1263
पर्यवेक्षक - 110
पदाधिकारी-प्रखंडवार नियुक्त
2015 का कृषि गणना आधार रजिस्टर टू में दर्ज कराएं नाम, मिलेगा लाभ : उपायुक्त धनबाद : मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना को लेकर उपायुक्त ए दोड्डे ने तोपचांची प्रखंड के चितरपुर, नैरो और ढांगी गांव में आयोजित सभा में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने योजना के बावत लोगों को बताया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। संध्या में समाहरणालय में आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि योजना को लेकर लोगों में काफी संदेह है। उन्होंने साफ किया कि जमीन यदि एक एकड़ से कम है तो भी पांच हजार रूपये मिलेंगे, लेकिन पांच एकड़ से अधिक वाले को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। लोगों की जमीन अलग-अलग जगहों पर है। उसकी सूची तैयार की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि रजिस्टर टू में जिसका नाम है राशि उसी के नाम से प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि परदादा के नाम पर जमीन है और वह अलग-अलग भाइयों में बांट दी गई है तो ऐसे में किसी एक के नाम पर सहमति पत्र देना होगा। उन्होंने लोगों से रजिस्टर टू में अपना नाम दर्ज कराने का आग्रह किया। 22 जनवरी तक शपथ पत्र लिया जाएगा। इसके बाद 24 जनवरी से सात फरवरी तक आपत्ति प्राप्त कर सुनवाई की जाएगी। 26 फरवरी तक सारा काम पूर्ण कर अंतिम सूची प्रकाशित की जाएगी।

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.