सिंदरी के जयप्रकाश का शव सऊदी से लाने की CM हेमंत ने की पहल, परिजन 18 दिन से कर रहे इंतजार Dhanbad News
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के संज्ञान लेने से उम्मीद बंध गई है। सीएम ने स्वत संज्ञान लेते हुए दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर पर ट्वीट कर शव वापस लाने की गुजारिश की है।
धनबाद, जेएनएन। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड के सिंदरी निवासी जय प्रकाश महतो का शव सऊदी अरब से लाने के लिए भारत सरकार से त्वरित गति से पहल करने की मांग की है। ताकि एक मां अपने बेटे का, एक पत्नी अपने पति का, एक बहन अपने भाई का अंतिम दर्शन कर सके। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सऊदी अरब के अबु धाबी स्थित भारत दूतावास, विदेश मंत्रालय और विदेश मंत्री डॉ एस. जयशंकर से आग्रह किया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि झारखण्ड सरकार की ओर से धनबाद के उपायुक्त द्वारा शव को भारत लाने के लिए विदेश मंत्रालय स्तर पर सभी जरूरी कागजात सहित अन्य आवश्यक कार्रवाई की गई है।
यह है मामला
सिंदरी मनोहरटांड़ के जयप्रकाश महतो (33) जीवन यापन के लिए 24 जून 2019 में अलकासिम (सउदी अरब) की सऊदी सर्विसेज फॉर इलेक्ट्रोमेकेनिक्स वक्र्स कंपनी लिमिटेड में बतौर पाइप फीटर नौकरी के लिए गए थे। वहां मौसेरा भाई दिलीप कुमार भी नौकरी करता है। उसने जानकारी दी कि कारखाने में एक दुर्घटना में जयप्रकाश की मौत हो गई। भारतीय दूतावास ने मौत की पुष्टि की। यह 28 दिसंबर 2019 को हुआ। जयप्रकाश का शव वापस अपने देश आ जाए, इस चाहत में परिवार भटक रहा है। छोटा भाई ओम प्रकाश महतो और पिता डोमन महतो उपायुक्त एवं जनप्रतिनिधियों से गुहार लगा चुके हैं। बस आश्वासन मिलता है कि मंत्रालय में बात हो रही है। भाई ओम प्रकाश तो यहां तक कहते हैं कि काश पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज जिंदा होतीं तो शव कब का ले आया गया होता। साहब कोई बड़ी हस्ती होता तो दुबई क्या अमेरिका से भी अब तक शव ले आया जाता। बूढ़ी मां मालती देवी का भी हाल बेहाल है। जवान बेटे की मौत उसका कलेजा छलनी कर गई। मौसेरे भाई दिलीप का कहना है कि रियाद में दूतावास से कई बार संपर्क किया। जवाब मिला बातचीत कर रहे हैं।
जागरण की खबर को मुख्यमंत्री ने लिया संज्ञान
इस मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के संज्ञान लेने से उम्मीद बंध गई है। सीएम ने स्वत: संज्ञान लेते हुए दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर पर ट्वीट कर शव वापस लाने की गुजारिश की है। दरअसल सिंदरी मनोहरटांड़ के 33 वर्षीय जय प्रकाश महतो का शव 18 दिन से सउदी अरब में पड़ा हुआ है। पत्नी, भाई और मां-बाप की आंखें बेटे के शव को देखने को तरस रही हैं। परिजन जिला प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधियों तक से गुहार लगाकर थक चुके हैं, लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला। परिवार की संवेदना को समझते हुए दैनिक जागरण ने 'पथराई आंखों में जीवन साथी को देखने की ख्वाहिश' शीर्षक से 14 जनवरी के अंक में समाचार प्रकाशित किया। मुख्यमंत्री ने इस समाचार को भारतीय दूतावास आबूधाबी, विदेश मंत्रालय भारत सरकार, विदेश मंत्री डॉ.जयशंकर प्रसाद और उपायुक्त धनबाद को टैग करते हुए ट्वीट किया।
Would like to draw immediate attention of .@IndembAbuDhabi .@MEAIndia & .@DrSJaishankar 'ji to the plight of this family in Dhanbad. State admin through @dc_dhanbad has already sent all necessary documents to expedite the procedure. Our thoughts are with the deceased's family. https://t.co/7p29mXyjb1" rel="nofollow — Hemant Soren (@HemantSorenJMM) January 15, 2020
सीएम ने अपने ट्वीट में परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करते हुए जिक्र किया है कि धनबाद के इस परिवार की दुर्दशा पर आप सभी का ध्यान आकर्षित कराना चाहता हूं। उपायुक्त धनबाद ने कागजी प्रक्रिया तेज कर दी है और सभी दस्तावेज भेजा जा चुका है। सीएम के ट्वीट पर ओमप्रकाश महतो ने संतोष जताया है, हालांकि उन्हें अभी भी लगता है कि पता नहीं भाई का शव कब आएगा।