आदेश के उल्लंघन के आरोप में क्लीनी लैब किया गया सील, संचालक समेत समेत तीन हिरासत में
क्लीनी लैब को खुला रखने पर कड़ी कार्रवाई की गई है। उपायुक्त उमाशंकर सिंह ने जांच के दौरान क्लीनी लैब को संचालित होते पाया और इसे तत्काल सील कर दिया। मामले में संचालक डॉ समीर बनर्जी समेत तीन अन्य कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया गया है।
जागरण संवाददाता, धनबाद: आदेश के बावजूद शहर के गया पुल स्थित क्लीनी लैब को खुला रखने पर कड़ी कार्रवाई की गई है। उपायुक्त उमाशंकर सिंह ने जांच के दौरान क्लीनी लैब को संचालित होते पाया और इसे तत्काल सील कर दिया। मामले में संचालक डॉ समीर बनर्जी समेत तीन अन्य कर्मचारियों को हिरासत में ले लिया गया है।
उपायुक्त ने क्लीनी लैब के संचालक डॉ समीरन बनर्जी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का भी आदेश दिया है। इसके अलावा आविष्कार डायग्नोस्टिक और आयुष्मान जांच केंद्र के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है।
उपायुक्त की छापेमारी के दौरान इस दौरान क्लीनी लैब का शटर बाहर से बंद था, लेकिन अंदर लोगों की भीड लगी थी। छापेमारी के दौरान यह पता चला कि कोरोना पॉजिटिव के साथ आम लोगों की भी सीटी स्कैन, एक्सरे समेत अन्य जांच की जा रही थी।
इस संबंध में डीसी उमाशंकर सिंह ने बताया कि क्लीनी लैब की और से सरकार के गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ाई गई हैं। चेतावनी देने के बावजूद लैब संचालक ने नियमों को दरकिनार किया है। उन्होंने कहा कि कोरोना पॉजिटिव मरीजों के साथ ही निगेटिव लोगों की जांच लैब में चल रही थी। कोरोना पॉजिटिव मरीजों की यहां सीटी स्कैन और एक्सरे तक की जा रही थी, लेकिन उन पॉजिटिव मरीजों की जानकारी प्रशासन को नही दी जा रही थी। वैसे पॉजिटिव मरीज लैब से जांच के बाद भागकर निकल जाते हैं। आज भी लैब द्वारा कई ऐसे मरीजों के एक्सरे किए गए, जाे कोरोना से संक्रमित हैं। उन्होंने कहा कि लैब को संक्रमण फैलाने का जिम्मेदार मानते हुए प्राथमिकी दर्ज कराने एवं लैब को सील करने का निर्देश दिया है।