बीच सड़क बहुचर्चित एलबी और उपेंद्र के आदमियों के बीच हुआ संग्राम, पुलिस कर रही पंचायती
रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह के दो कर्मचारी दीप सिंह तथा राजू के साथ एलबी सिंह के लोगो ने रविवार सुबह मारपीट की। यह घटना बेकारबांध पॉलिटेक्निक मोड़ के पास की है।
धनबाद, जेएनएन। शहर के बेकारबांध स्थित पॉलीटेक्निक मोड़ पर रविवार सुबह बहुचर्चित ठेकेदार एलबी सिंह और रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह के आदमियों के बीच संग्राम हुआ। रिकवरी एजेंट के आदमियों ने फाइनेंस गाड़ियों का बकाया मांगा तो उनकी जमकर पिटाई की गई। हवा में पिस्तौल और राइफल लहराए गए। यह बीच सड़क पर संग्राम होते देख राहगीर सहम गए। भगदड़ मच गई। दूसरी तरफ ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कठोर कार्रवाई करने के बजाय पुलिस पंचायती कर रही है।
दो का हिसारत में इलाजः रिकवरी एजेंट उपेंद्र सिंह के दो कर्मचारी दीप सिंह तथा राजू के साथ एलबी सिंह के लोगो ने रविवार सुबह मारपीट की। यह घटना बेकारबांध पॉलिटेक्निक मोड़ के पास की है। घायल की ओर से हमलावरो के खिलाफ धनबाद थाने में शिकायत की गई है। फिलवक्त पुलिस सुरक्षा में दोनों घायलो का इलाज पीएमसीएच में चल रहा है। वही अब पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है।
ऐसे घटी घटनाः घायल उपेंद्र सिंह के दोनों कर्मी के मुताबिक वे फाइनेंस गाड़ियों की बकाया इंस्टालमेंट की राशि की वसूली के लिए रविवार की सुबह बेकारबांध पॉलिटेक्निक मोड़ के पास खड़े थे। तभी उस ओर से गुजर रही बिना नम्बर प्लेट की काले रंग की स्कार्पियो को उन्होंने संदेह के आधार पर रोकवाया। यह जानकारी लेनी चाही की गाड़ी फाइनेंस में ली गई है अथवा गाड़ी का इंस्टालमेंट अपुडेट है या नहीं। इसी बीच स्कार्पियो पर सवार लोगो के साथ रिकवरी एजेंट के बीच झड़प हो गई। घायल राजू का कहना है कि गाड़ी में एलबी सिंह का भाई छोटू सिंह उसके साथी सवार थे। गाड़ी में उनका निजी बॉडीगार्ड भी था, जो हथियार से लैस था। झड़प के बीच छोटू सिंह के द्वारा यह कहा गया कि थोड़ी देर में ही फाइनेंस की पूरी बकाया राशि अदा कर दी जाएगी। इसके बाद दो और स्कार्पियो भी वहां पहुंच गई। उसमें सवार लोगों ने हमला बोल दिया। हमलावरों ने खूब मारपीट की।
एसएसपी के पास पहुंची दोनों पार्टीः पिटाई के बाद अपनी शिकायत लेकर उपेंद्र सिंह के आदमी एसएसपी किशोर काैशल के आवास पर पहुंचे। वहां पहले से ही एलबी सिंह अपने आदमियों के साथ बैठे थे। एसएसपी ने उपेंद्र सिंह के आदमियों को चेतावनी देते हुए कहा कि रिकवरी का यह तरीका ठीक नहीं। राजू ने सफाई दी कि संदेह के आधार पर गाड़ियों को पकड़ते है और यह हमारी ड्यूटी है। कई डिफाल्टर ऐसे है जिनका इंस्टालमेंट बकाया है, वे वाहनों से नंबर प्लेट उतार कर चलते है। ऐसे में उन गाड़ियों को पकड़ना मुश्किल हो जाता है।
दोनों पक्षो के बीच यह झड़प अनजाने में हुई है। स्कार्पियो सवार लोगो को लगा की उनपर हमला किया जा रहा है जबकि घायलो के द्वारा बताया गया कि वे रिकवरी एजेंट है और इंस्टालमेंट अपटुडेट है या नहीं इसकी जानकारी ले रहे थे। पुरे मामले की छानबीन की जा रही है।
-नवीन राय, थाना प्रभारी, धनबाद थाना।