सीआइएसएफ ने सुरुंगा में की छापेमारी, पांच टन अवैध कोयला जब्त
अलकडीहा ओपी और बलियापुर थाना की सीमा क्षेत्र में अवैध कोयला डिपो के संचालन होने से एनटीएसटी जीनागोरा परियोजना क्षेत्र में एक बार फिर कोयला चोरों की सक्रियता बढ़ गई है।
संस, अलकडीहा : अलकडीहा ओपी और बलियापुर थाना की सीमा क्षेत्र में अवैध कोयला डिपो के संचालन होने से एनटीएसटी, जीनागोरा परियोजना क्षेत्र में एक बार फिर कोयला चोरों की सक्रियता बढ़ गई है। मंगलवार को कोयला चोरी पर रोक लगाने के लिए सीआइएसएफ के जवानों ने सुरुंगा सब स्टेशन के पास छापा मारकर लगभग पांच टन चोरी का कोयला जब्त किया। जवानों को देख कोयला चोर भाग गए। जब्त कोयले को जवानों ने कोलियरी प्रबंधन को सुपुर्द कर दिया।
बताते हैं कि बंगाल में अवैध कोयले की खरीद-बिक्री का धंधा शुरू होते ही सीधाबनी और बंदरचुवां के जंगल में अवैध कोल डिपो का संचालन शुरू हो गया है। उक्त डिपो में कोयला चोरों की ओर से कोलियरी और परियोजना क्षेत्रों से कोयला चोरी कर जमा किया जाता है। यहां से तस्कर कोयले को बंगाल के भट्ठों और गोविदपुर के भट्ठों के लिए भेज देते हैं। रात के अंधेरे में ट्रक से यह धंधा किया जा रहा है। इस धंधे में जीनागोरा, पहाड़ीगोड़ा, पारबाद, लक्ष्मी कोलियरी, सुरुंगा, गोल्डन पहाड़ी धौड़ा आदि क्षेत्रों के सक्रिय दर्जनों कोयला चोरों की ओर से कोयला चोरी कर साइकिल, बाइक, स्कूटर और मोपेड से अवैध कोयला की चोरी की जा रही है।
तीन माह पूर्व सीआइएसएफ और पुलिस की ओर से लगातार छापेमारी किए जाने के कारण जीनागोरा परियोजना व पहाड़ीगोड़ा में अवैध कोयला खनन के धंधे पर विराम लग गया था। लेकिन अवैध कोल डिपो के खुलते ही क्षेत्र में कोयला चोरों की सक्रियता फिर बढ़ गई है। क्षेत्र में एक पुलिस अधिकारी की ओर से कोयला चोर से रिश्वत लेते वीडियो वायरल करनेवाले कोयला तस्कर का धंधा परवान पर है।