Republic Day 2020: उपराजधानी में सीएम हेमंत ने फहराया राष्ट्रीय ध्वज, रोजगार को बताया सबसे बड़ी चुनौती
झारखंड में परंपरा के अनुसार 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस पर राज्यपाल राजधानी रांची और मुख्यमंत्री उप राजधानी दुमका में ध्वज फहराते हैं।
दुमका, जेएनएन। 26 जनवरी गणतंत्र दिवस। झारखंड समेत देशभर में आज (26 जनवरी) गणतंत्र दिवस की धूम है। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुमका पुलिस लाइन ध्वजारोहण किया। झारखंड में परंपरा के अनुसार 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस पर मुख्यमंत्री राजधानी रांची और राज्यपाल उप राजधानी दुमका में ध्वजारोहण करते हैं। जबकि 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस पर राज्यपाल राजधानी रांची और मुख्यमंत्री उप राजधानी दुमका में ध्वज फहराते हैं। इसी परंपरा के तहत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुमका पुलिस लाइन में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा को फहराया।
युवओं को हुनरमंद बनाकर स्वरोजगार से जोड़ना सरकार का लक्ष्य
हाल ही संपन्न झारखंड विधनसभा चुनाव में झामुमो गठबंधन की जीत के बाद हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बने हैं। मुख्यमंत्री बनने के बाद हेमंत सोरेन के लिए पहला गणतंत्र दिवस था। इस माैके पर उन्होंने अपनी सरकार के भावी कार्यक्रमों का खाका खींचने का प्रयास किया। उन्होंने कहा- झारखंड के समक्ष रोजगार सबसे बड़ी चुनाैती है। युवाओं के सामने रोजगार सबसे बड़ी चुनौती है। सरकार में पंचायतों से लेकर प्रखंड, जिला और राज्य स्तर पर जो रिक्तियां हैं, उन्हें सबसे पहले भरे जाने का कार्य हमारी सरकार करेगी। साथ ही बड़े पैमाने पर युवाओं को हुनरमंद बनाकर उन्हें स्वरोजगार से जोड़ना भी हमारा लक्ष्य है।
झारखंड में आदिवासियो, दलितों और अल्पसंख्यकों का होगा संपूर्ण विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल में हुए विधानसभा चुनाव ने झारखंड की एक नई राह का आगाज किया है।हमारा यह दायित्व है कि सब मिलकर इस झारखंड को देश का सबसे संपन्न,समृद्ध और खुशहाल राज्य बनाएं।एक ऐसा राज्य जिसमें आदिवासियों,दलितों,गरीबों,वंचितों,पिछड़ों और अल्पसंख्यकों का संपूर्ण विकास हो।उनके अधिकार और संवैधानिक सुरक्षा कवचों की रक्षा हमारा दायित्व है।इस राज्य के विकास की अपार संभावनाएं हैं तो वही जन आकांक्षाएं भी प्रबल है।जन आकांक्षाओं पर आधारित विकास के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है।संरचना निर्माण आधारित विकास से सिर्फ ढांचा तैयार होता है। पर व्यक्ति निर्माण के आधार पर विकास से हर चेहरे पर खुशहाली की चमक आती है।हमारी सरकार की व्यक्ति निर्माण आधारित विकास की अवधारणा लोगों के दिलों तक पहुंचेगी और महसूस भी होगी। मेरा प्रयास होगा कि हर झारखंड वासी के चेहरे पर खुशहाली की मुस्कान ला सकूं।
क्षेत्रीय भाषाओं के संरक्षण पर जोर
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा से ही संपूर्ण विकास के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।गुणवत्ता ही शिक्षा की धुरी होगी। सरकारी विद्यालयों को कंप्यूटर शिक्षा सहित आधुनिक शिक्षा व्यवस्था से जोड़कर निजी और अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों से बेहतर बनाने का प्रयास होगा।उच्च शिक्षा में प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए छात्रों को अच्छी कोचिंग की सुविधा भी दिए जाने की पहल होगी।क्षेत्रीय भाषाओं के संरक्षण और उनके प्रसार पर जोर दिया जाएगा।विश्व की वर्तमान चुनौतियां जलवायु परिवर्तन आदि के साथ सामूहिक यातायात प्रबंधन जैसे विषयों पर विद्यालय स्तर से शिक्षा दी जाएगी
सदर अस्पतालों को बनाया जाएगा सुदृढ़
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में बहुत काम किया जाना है।सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में कार्य कर रहे स्वास्थ्य केंद्र पर सबसे पहले कार्य किया जाएगा।दवा और डॉक्टर वहां उपलब्ध हो यह सुनिश्चित किया जाएगा।जिला के सदर अस्पतालों को इतना सुदृढ़ और सुविधाओं से युक्त किया जाएगा कि गंभीर बीमारियों में भी मरीजों को जिला से बाहर रेफर किए जाने की जरूरत ना पड़े।